बैंकों के विलय के विरोध में की एक दिवसीय हड़ताल

मुंगेर : ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन एंव बैंक इम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (बेफी) के आह्वान पर दस बैंकों के विलय के विरोध में मंगलवार को सरकारी बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर रहे. हलांकि इस हड़ताल में बैंक के अधिकारी शामिल नहीं थे. उनके द्वारा हड़ताल का नैतिक समर्थन दिया गया. इसे लेकर भारतीय स्टेट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 23, 2019 8:08 AM
मुंगेर : ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन एंव बैंक इम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (बेफी) के आह्वान पर दस बैंकों के विलय के विरोध में मंगलवार को सरकारी बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर रहे. हलांकि इस हड़ताल में बैंक के अधिकारी शामिल नहीं थे. उनके द्वारा हड़ताल का नैतिक समर्थन दिया गया.
इसे लेकर भारतीय स्टेट बैंक को छोड़ शहर के अधिकांश बैंक बंद रहे. इस एक दिवसीय हड़ताल से जहां एक ओर बैंक को करोड़ों रूपये का नुकसान हुआ. वहीं आम लोगों का बैंकिंग कामकाज नहीं हो पाया. जबकि दोपहर बाद कई बैंकों के एटीएम में पैसे खत्म हो जाने से लोग पैसे निकालने के लिए भटकते रहे.
संघ के सदस्यों ने बताया कि भारत सरकार द्वारा दस बैंकों का विलय किये जाने को लेकर बैंक के क्लर्कियल यूनियन द्वारा एक दिवसीय हड़ताल किया गया है. जिसमें सभी सरकारी बैंक के क्लर्कियल कर्मचारी हड़ताल पर रहे.
उन्होनें बताया कि सरकार द्वारा बैंकों का विलय करने का निर्णय पूरी तरह गलत है. लाखों लोगों का विश्वास सरकारी बैंकों पर बना है. जो सरकारी बैंक में काम करने वाले कर्मचारियों द्वारा दिन-रात मेहनत कर बनाया गया है. लेकिन सरकार निजी बैंकों के हाथों इन बैंकों का बागडोर देकर न केवल जनता के साथ विश्वासघात कर रही है. बल्कि बैंकों में काम करने वाले हजारों कर्मचारियों के साथ अन्याय करने का काम कर रही है.
बैंक कर्मचारियों द्वारा किये गये हड़ताल से बैंकों में ताला लटका रहा. साथ ही हड़ताल को लेकर संघ द्वारा शटर में सूचना का भी बैनर लगाया गया था. हड़ताल के कारण पूरे दिन शहर के लोग इधर-उधर भटकते रहे. जबकि दोपहर बाद कई बैंकों के एटीएम में पैसे खत्म हो जाने के कारण लोग परेशान होकर एक एटीएम से दूसरे एटीएम दौड़ते रहे.

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