वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष पर जानलेवा हमले से राजनीति गरमायी

मुंगेर : बहुराष्ट्रीय कंपनी आइटीसी परिसर में 31 दिसंबर को कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के मौके पर हुए मारपीट एवं बाद में परिसर के बाहर पथराव व आइटीसी टीएम वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष सह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रो अजफर शमशी पर हुए जानलेवा हमले का मामला अब पूरी तरह राजनीति का केंद्र बन गया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2020 8:52 AM

मुंगेर : बहुराष्ट्रीय कंपनी आइटीसी परिसर में 31 दिसंबर को कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के मौके पर हुए मारपीट एवं बाद में परिसर के बाहर पथराव व आइटीसी टीएम वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष सह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रो अजफर शमशी पर हुए जानलेवा हमले का मामला अब पूरी तरह राजनीति का केंद्र बन गया है.

एक ओर जहां भाजपा ने इसे एक सोची समझी साजिश का हिस्सा बताया है और पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश जैन ने गुरुवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर इस मामले में दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई व प्रो. अजफर शमशी को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है. वहीं आइटीसी वर्कर्स यूनियन इंटक के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने घटना का कारण वर्तमान श्रमिक यूनियन द्वारा श्रमिकों के शोषण तथा उनके श्रम अधिकारों के हनन का नतीजा बताया है. इधर राजद ने भाजपा पर आइटीसी यूनियन में मजदूरों की लड़ाई के राजनीतिकरण का आरोप लगाया है.
सोची-समझी साजिश के तहत हुआ हमला : भाजपा
भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश जैन ने कहा कि भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रो अजफर शमशी पर आईटीसी गेट पर हथियारबंद अपराधियों द्वारा जानलेवा हमला किया गया. जिसमें वे बाल-बाल बच गये. इसलिए पुलिस प्रशासन को पूरे मामले की जांच सही तरीके से कराकर दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए. साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन से प्रो शमशी को विशेष सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रवक्ता बिहार एनडीए के अल्पसंख्यक समुदाय का बड़ा चेहरा है.
जो लगातार एनआरसी, एनपीआर और सीएए के मुद्दे पर संवाद के माध्यम से अल्पसंख्यकों तक सही तथ्यों को पार्टी फोरम के माध्यम से पहुंचाने का प्रयास हो रहा है. इनके प्रयासों से अल्पसंख्यक समुदाय में इन मुद्दों पर अच्छी समझ बनी है. प्रो शमशी के एनडीए में बढ़ती भूमिका को लेकर विपक्ष में बेचैनी है. इस बेचैनी के आलम में ही सोची-समझी साजिश के तहत इनके ऊपर 31 दिसंबर 2019 को हथियारबंद अपराधियों ने जानलेवा हमला कराया. जिसमें वे बाल-बाल बच गये.
आज पटना से आयेगी भाजपा का जांच दल : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह टीएम वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष प्रो. अजफर शमशी पर आईटीसी गेट पर हुए हमले को पार्टी ने गंभीरता से लिया गया. सूत्रों की माने तो प्रदेश भाजपा की ओर एक जांच टीम का गठन किया गया है. जो संभवत: 3 जनवरी को मुंगेर पहुंचेगी और प्रो. शमशी पर हुए हमले की जांच करेंगी. जांच के बाद टीम द्वारा रिपोर्ट प्रदेश भाजपा को सौंपा जायेगा और आगे की रणनीति तय की जायेगी.
श्रम अधिकारों के हनन का नतीजा है आइटीसी में मारपीट की घटना : इंटक
राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह आइटीसी वर्कर्स यूनियन (इंटक) के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा है कि आइटीसी कारखाने में सेवानिवृत्त कर्मियों के विदाई समारोह के दौरान हुए मारपीट की घटना की मूल वजह प्रबंधन तथा वर्तमान श्रमिक यूनियन द्वारा श्रमिकों के शोषण व उनके श्रम अधिकारों का हनन का परिणाम है. उन्होंने कहा कि आइटीसी में लगातार श्रमिकों के हितों की अनदेखी की जा रही है और श्रम कानून का अवहेलना किया जा रहा है.
यहां प्रत्येक तीन वर्षों के अंतराल पर श्रमिक यूनियन के चुनाव कराने का प्रावधान है. किंतु वर्तमान यूनियन इसकी अनदेखी कर रही. फलत: श्रमिकों में इस बात को लेकर काफी आक्रोश है और उसी का परिणाम है कि सेवानिवृत्ति विदाई समारोह में श्रमिकों का आक्रोश फूट पड़ा. जिस प्रकार की घटना आइटीसी परिसर व बाहर हुई वह निंदनीय है.

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