तीन दिनों तक शहर में नहीं मिलेंगी दवाइयां

जमालपुर : दवा दुकान के लिए फार्मासिस्ट की अनिवार्यता के विरोध में केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने आंदोलन का रुख अख्तियार कर लिया है. जिसे लेकर गुरुवार को स्टेशन रोड में एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की आपातकालीन बैठक की गयी. इसकी अध्यक्षता राकेश कुमार कर्ण ने की. उन्होंने कहा कि सरकार ने किसी भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2020 4:49 AM

जमालपुर : दवा दुकान के लिए फार्मासिस्ट की अनिवार्यता के विरोध में केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने आंदोलन का रुख अख्तियार कर लिया है. जिसे लेकर गुरुवार को स्टेशन रोड में एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की आपातकालीन बैठक की गयी. इसकी अध्यक्षता राकेश कुमार कर्ण ने की.

उन्होंने कहा कि सरकार ने किसी भी दवा दुकान के लिए एक फार्मासिस्ट को अनिवार्य कर दिया है. जबकि पूरे बिहार प्रदेश में दवा की छोटी-बड़ी लगभग 6,000 से अधिक दुकानें हैं.
दुर्भाग्य यह है कि प्रदेश में फार्मासिस्ट की संख्या मात्र 2,000 है. ऐसे में आधे से अधिक दवाई की दुकान बंद हो जायेगी. जिससे हजारों परिवार के लाखों लोगों पर सीधे-सीधे असर पड़ेगा. जिला उपाध्यक्ष कन्हैया सिंह ने कहा कि सरकार की इस आदेश के कारण सैकड़ों दुकानों का लाइसेंस रद्द हो चुका है. जबकि कई अन्य पर भी तलवार लटकी हुई है.
उपसचिव रवि रंजन उर्फ बब्बू ने कहा कि आगामी 22 जनवरी से 24 जनवरी तक शहर की सभी छोटी-बड़ी दवा की दुकान बंद रखी जाएगी. जिसमें इमरजेंसी सेवा भी पूरी तरह बंद रहेगी. मौके पर अशोक कुमार गुप्ता, गोपाल कुमार तिवारी, विपिन कुमार सिंह, समीर कुमार, मनोज कुमार, दिनेश जोशी, विष्णु प्रसाद, राधेश्याम सिंह सहित अन्य मौजूद थे.
आग बुझाने का दिया गया प्रशिक्षण
मुंगेर. अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों द्वारा गुरुवार को सदर अस्पताल में डेमो कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आपदा प्रबंधन कार्यक्रम के तहत अस्पताल के कर्मचारियों को बताया गया कि अगर किसी कारणवश आग लग जाए तो कैसे आग बुझाया जा सकता है. अग्निशमन पदाधिकारी सत्येन्द्र प्रसाद, मुखिया राम, विनोद मंडल ने गैस सिलिंडर में लगी आग के अलावे कागज व अन्य वस्तुओं में लगी आग को बुझाने का तरीका प्रायोगिक विधि के माध्यम से बताया.
बताया कि गैस सिलिंडर में आग लगने पर मोटा कपड़ा, चादर या कंबल को भिंगो कर अपने शरीर को बचाते हुए जल रहे गैस सिलिंडर को चारों ओर से इस प्रकार ढक दे. जिससे आग को ऑक्सीजन नहीं मिले. इससे आग पर तुरंत काबू पाया जा सकता है. मौके पर अस्पताल उपाधीक्षक डा. निरंजन कुमार, प्रबंधक मो. तौसिफ सहित अन्य मौजूद थे.
स्वास्थ्य केंद्रों के प्रसव कक्ष को दुरुस्त करने का निर्देश
मुंगेर. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी अजय कुमार भारती ने गुरूवार को सदर और बरियारपुर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित कई उपस्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने लक्ष्य कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य केंद्रों के प्रसव कक्ष को दुरुस्त करने का निर्देश दिया.
साथ ही आयुष्मान गोल्डन कार्ड की समीक्षा की. सदर प्रखंड के हसनपुर पंचायत भवन में मात्र एक गोल्डेन कार्ड बनाए जाने पर चिंता व्यक्त किया और वहां मौजूद आशा कार्यकर्ता को निर्देश दिया कि इसके लिए आम लोगों को प्रेरित करें.
एसीएमओ ने सदर पीएचसी, हसनपुर एचडब्ल्यूसी, बौचाही एपीएचसी, बरियारपुर पीएचसी का निरीक्षण किया. बरियारपुर पीएचसी के प्रभारी को जननी बाल सुरक्षा का बैकलॉग समाप्त करने का निर्देश दिया. इस दौरान सभी स्वास्थ्यकर्मियों से 19 जनवरी को आयोजित मानव श्रृंखला में शामिल होने का भी निर्देश दिया.

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