Advertisement
श्यामा व खुशबू अंडर 19 भारतीय टीम में
मुंगेर : मुंगेर की बिटिया खुशबू कुमारी और श्यामा रानी का चयन इंडियन फुटबॉल महिला अंडर 19 टीम के लिए हुआ है. गांव की पगडंडी और उबर-खाबड़ मैदान से खेलते हुए श्यामा व खुशबू आज देश-विदेश में जाकर फुटबॉल में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं. दोनों ने लगातार अंडर-13, अंडर-14, अंडर-16, अंडर-19 में […]
मुंगेर : मुंगेर की बिटिया खुशबू कुमारी और श्यामा रानी का चयन इंडियन फुटबॉल महिला अंडर 19 टीम के लिए हुआ है. गांव की पगडंडी और उबर-खाबड़ मैदान से खेलते हुए श्यामा व खुशबू आज देश-विदेश में जाकर फुटबॉल में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं.
दोनों ने लगातार अंडर-13, अंडर-14, अंडर-16, अंडर-19 में बिहार टीम व टीम इंडिया में चयनित होती रही हैं. विभिन्न राज्यों से खेलते हुए श्रीलंका में भी अपने खेल से मुंगेर को गौरवान्वित किया है.
मुंगेर में फुटबॉल को दिया बढ़ावा : जमालपुर प्रखंड के इटहरी गांव निवासी मनोरंजन प्रसाद सिंह की पुत्री श्यामा रानी व बालेश्वर प्रसाद सिंह की पुत्री खुशबू कुमारी आज किसी नाम की मुहताज नहीं रहीं. आज इन दोनों का नाम ही महिला फुटबॉल के लिए काफी है.
ये दो लड़कियां ऐसी हैं जिन्होंने मुंगेर में महिला फुटबॉल को बढ़ावा दिया. दोनों साथ-साथ लक्ष्मी स्पोर्टिग क्लब इटहरी से खेलती हैं और जिला, राज्य होते हुए देश स्तर के कई प्रतियोगिता में भाग लिया. श्यामा रानी ने तो अंडर-14 में इंडिया टीम की कप्तानी भी संभाली थी.
फुटबॉल की कहानी इनकी जुबानी : श्यामा रानी व खुशबू कुमारी ने बताया कि वर्ष 2009 में स्कूल से मुख्यमंत्री साइकिल योजना के तहत हम दोनों को साइकिल मिला. साइकिल सीखने के लिए इटहरी मैदान जाते थे.
जहां इटहरी फुटबॉल क्लब चला रहे सुधीर कुमार विद्यार्थी व दिलीप कुमार ने हम दोनों को फुटबॉल के प्रति जागरूक किया. उन्होंने हम दोनों को प्रशिक्षण देना प्रारंभ किया और लक्ष्मी स्पोर्टिग क्लब इटहरी का गठन किया गया. उसके बाद हमलोगों ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा.
टीम इंडिया से खेल चुकी हैं दोनों
वर्ष 2010 में अंडर-19 में बिहार टीम से चयन हुआ और मध्यप्रदेश में दोनों ने अच्छा प्रदर्शन किया. इसी वर्ष जम्मू में आयोजित टूर्नामेंट में बिहार से खेली. 2010 में ही अंडर-13 महिला टीम इंडिया में दोनों का चयन हुआ और दोनों ने श्रीलंका में बेहतरीन खेल का परिचय दिया. वर्ष 2011 में श्यामा रानी का चयन अंडर-14 टीम इंडिया के लिए किया गया.
इसमें उसने कप्तानी भी की. वर्ष 2010 में ही अंडर-13 बिहार टीम में चयन हुआ. इसमें खुशबू कुमारी ने टीम की कप्तानी की थी. चेन्नई में खेले गये इंटर स्टेट इस टूर्नामेंट में दोनों ने बेहतरीन खेल का परिचय दिया. वर्ष 2013 में अंडर 19 बिहार टीम में चयन हुआ. मैच उड़ीसा में खेला गया जिसमें बिहार टीम उपविजेता रही थी. वर्ष 2014 में दोनों का चयन सीनियर बिहार टीम में हुआ. असम में मैच खेला गया. जिसमें दोनों बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया.
मिल चुका है सम्मान
दोनों को काफी सम्मान मिला है. जिला प्रशासन व मुंगेर फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा सम्मानित होने के साथ ही बिहार के अन्य जिला एवं विभिन्न राज्यों में भी सम्मानित हुई. मेडल और ट्रॉफी से घर भर गया. पर सरकारी सम्मान नहीं मिलने से दोनों हताश और निराश थी. इस वर्ष बिहार सरकार द्वारा आयोजित राज्य स्तर पर 29 अगस्त को खेल दिवस पर दोनों को सम्मानित किया गया जो उनके लिए खुशी की बात थी.
सरकार से है शिकायत
उनका कहना है कि महिला सशक्तीकरण व महिला अधिकार की चर्चा तो सरकार बहुत करती है, पर महिला खेल को बढ़ावा देने के लिए कुछ नहीं कर रही है. रणनीति बनती और कागजों पर ही रह जाती है. आज भी लड़कियों को अपने बलबूते ही खेलना पड़ता है. अगर परिवार सपोर्ट नहीं करे तो बिहार में लड़कियां किसी खेल में आगे नहीं बढ़ सकती है. सरकार से मांग है कि वह जमीनी स्तर पर खेल को बढ़ावा देने के लिए रणनीति बनाये.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement