दुग्ध फैक्टरी में स्थानीय युवकों की बहाली को लेकर आइटीसी की नाकाबंदी

फोटो संख्या : 7 फोटो कैप्सन : संबोधित करते मोरचा नेता प्रतिनिधि , मुंगेर मुंगेर में बन रहे आइटीसी के दुग्ध फैक्टरी में शत-प्रतिशत स्थानीय युवाओं की बहाली की मांग को लेकर जनाधिकार मोरचा ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है. संगठन की ओर से सोमवार को आइटीसी के मुख्य द्वार के सामने गेट मीटिंग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2014 11:03 PM

फोटो संख्या : 7 फोटो कैप्सन : संबोधित करते मोरचा नेता प्रतिनिधि , मुंगेर मुंगेर में बन रहे आइटीसी के दुग्ध फैक्टरी में शत-प्रतिशत स्थानीय युवाओं की बहाली की मांग को लेकर जनाधिकार मोरचा ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है. संगठन की ओर से सोमवार को आइटीसी के मुख्य द्वार के सामने गेट मीटिंग किया गया और श्रमिकों से आर्थिक नाकेबंदी में समर्थन की अपील की गयी. कार्यक्रम का नेतृत्व मोरचा के संस्थापक अध्यक्ष संजय केसरी ने किया. उन्होंने कहा कि आर्थिक नाकेबंदी के माध्यम से आइटीसी प्रबंधन को आगाह किया जा रहा है कि वे स्थानीय युवाओं की बहाली करे और 50 प्रतिशत आइटीसी कर्मियों के आश्रितों के लिए आरक्षण की पद्धति लागू करे. उन्होंने कहा कि मोरचा अब आइटीसी प्रबंधन की गाडि़यां और ट्रकों की आवाजाही को अनिश्चितकालीन के लिए बाधित करेगी. उन्होंने कहा कि आइटीसी में बाहर का आदमी नौकरी करे यह हमें किसी भी कीमत पर बरदाश्त नहीं होगा. उन्होंने कहा कि यदि चुपचाप बाहरी लोगों को बहाल किया जायेगा तो उसे खदेड़ भगाया जायेगा. उन्होंने आइटीसी कर्मियों से इस नाकेबंदी में बढ़-चढ़ कर भाग लेने की अपील की. इस अवसर पर मो. गुड्डु, संतोष मालाकार, अमर ठाकुर, ओमप्रकाश कसेरा, अभिषेक भारती, मो. शाहनवाज, सुधांशु रंजन मुख्य रूप से मौजूद थे. विदित हो कि आज के नाकेबंदी से आइटीसी के कामकाज व आवाजाही पर कोई खास असर नहीं दिखा.

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