श्रीसत्य साइंर् बाल विकास गुरु-अभिभावक संपर्क कार्यशाला आयोजित

प्रतिनिधि, मुंगेरश्री सत्य साई सेवा संगठन रामपुर भिखारी समिति के तत्वावधान में रविवार को बाल विकास गुरु-अभिभावक संपर्क कार्यशाला जोनल स्तर पर आयोजित की गयी. कार्यशाला में पाकुड़, भागलपुर, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, जमुई से आये साई समिति के गुरु एवं उनके प्रतिनिधियों ने भाग लिया. कार्यशाला का उद्घाटन जोनल को-ऑर्डिनेटर यूएस शर्मा ने दीप प्रज्वलित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2014 10:02 PM

प्रतिनिधि, मुंगेरश्री सत्य साई सेवा संगठन रामपुर भिखारी समिति के तत्वावधान में रविवार को बाल विकास गुरु-अभिभावक संपर्क कार्यशाला जोनल स्तर पर आयोजित की गयी. कार्यशाला में पाकुड़, भागलपुर, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, जमुई से आये साई समिति के गुरु एवं उनके प्रतिनिधियों ने भाग लिया. कार्यशाला का उद्घाटन जोनल को-ऑर्डिनेटर यूएस शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया. कृति कौशिक ने बाल विकास कक्षा संबंधी विचार व्यक्त किया. उन्होंने बताया कि बाल विकास की कक्षाएं क्यों आवश्यक है. उमाशंकर शर्मा ने बताया कि आज जो नैतिक मूल्यों का ह्रास हो रहा, बच्चे अराजक हो रहे हैं. उन्हें प्रारंभ से ही इन कक्षाओं में भेज कर उन्हें नियंत्रित किया जा सकता है. साई संगठन एक आध्यात्मिक संगठन है, जिसका मुख्य उद्देश्य है मानव हृदय का रूपांतरण. डॉ पूर्णिमा जायसवाल ने बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आध्यात्मिक संस्कार, भारतीय सभ्यता, संस्कृति की जानकारी अति आवश्यक है. भगवान बाबा के उद्देश्यों, आदर्शो की स्थापना के लिए बच्चों में अपने अध्ययन के अतिरिक्त वेद-पुराण, गीता, महाभारत, रामायण, कुरान, बाइबिल एवं गुरुगं्रथ साहब में बताये गये मानवीय मूल्यों से बच्चों अवगत करना है. देश समाज को उन्नत बनाने के लिए अभिभावक-गुरु के बीच समन्वय स्थापित कर बच्चों को उच्च संस्कार से युक्त एवं चरित्रवान बनाना है. मौके पर गौतम, रवि, अरविंद, एकता, प्रीति सहित अन्य मौजूद थे.

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