फोटो संख्या : 13फोटो कैप्सन : संबोधित करते चिकित्सक प्रतिनिधि , जमालपुरविश्व एड्स दिवस के मौके पर सोमवार को परिवार कल्याण विभाग द्वारा पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल जमालपुर के ओपीडी परिसर में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. अध्यक्षता डॉ एसबोस ने की. उन्होंने कहा कि विश्व में एचआइवी और एड्स के बढ़ते खतरे को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वर्ष 1988 से विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है. इसके फैलने के तीन कारणों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इनफैक्शन के बाद यह तुरंत प्रभावकारी नहीं होता. बल्कि धीरे-धीरे शरीर के प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करता है. इस स्थिति में इसे एचआइवी पॉजीटिव के मरीज कहा जाता है. 15 से 20 साल उपरांत यह शरीर के उन अंगों को अपने प्रभाव में लेता है जहां लाल रक्तकण का अधिक प्रवाह होता है. मुख्य वक्ता डॉ पीके सिंघानिया ने एड्स और एचआइवी में अंतर बताते हुए कहा कि एड्स एक बीमारी और एचआइवी इसको फैलाने वाला वायरस है. जिन स्थानों पर लाल रक्तकण है वहां से एचआइवी का संक्रमण शुरू होता है. आरंभ में इसके पीडि़त को वायरल इनफैक्शन जैसे लक्षण प्रकट होते हैं. आठ से दस वर्षों बाद यह प्रभावी होने लगता है. चिकित्सकों ने इसे एक स्वर से कहा कि जानकारी ही इसका बचाव और सुरक्षा ही उपाय है. उन्होंने कहा कि असुरक्षित यौन संबंध, दूषित रक्त चढ़ाने से बचना चाहिए. मौके पर डॉ मुकेश कुमार, डॉ एसके ग्रीन, सिस्टर शैली, गुडि़या, इ. सुरीन, सी सोरेन, मिताली मुखर्जी, के एंथोनी, लालचंद सहित अनेक चिकित्साकर्मी उपस्थित थे. संचालन गणेश मंडल ने किया.
विश्व एड्स दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन
फोटो संख्या : 13फोटो कैप्सन : संबोधित करते चिकित्सक प्रतिनिधि , जमालपुरविश्व एड्स दिवस के मौके पर सोमवार को परिवार कल्याण विभाग द्वारा पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल जमालपुर के ओपीडी परिसर में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. अध्यक्षता डॉ एसबोस ने की. उन्होंने कहा कि विश्व में एचआइवी और एड्स के बढ़ते खतरे को […]
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