भक्ति से ही आवागमन चक्र से छुटकारा : स्वामी नरेंद्र

फोटो संख्या : 26फोटो कैप्सन : प्रवचन करते स्वामी नरेंद्र बाबा प्रतिनिधि , जमालपुरकुम्हार टोली मुंगरौड़ा में बुधवार को संतमत सत्संग का आयोजन किया गया. संतमत के वरिष्ठ महात्मा स्वामी नरेंद्र बाबा ने सारगर्भित प्रवचन किया. उन्होंने कहा कि भक्ति से ही आवागमन चक्र से छुटकारा मिल सकती है. इस चक्र से निकलने का रास्ता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2014 10:02 PM

फोटो संख्या : 26फोटो कैप्सन : प्रवचन करते स्वामी नरेंद्र बाबा प्रतिनिधि , जमालपुरकुम्हार टोली मुंगरौड़ा में बुधवार को संतमत सत्संग का आयोजन किया गया. संतमत के वरिष्ठ महात्मा स्वामी नरेंद्र बाबा ने सारगर्भित प्रवचन किया. उन्होंने कहा कि भक्ति से ही आवागमन चक्र से छुटकारा मिल सकती है. इस चक्र से निकलने का रास्ता सच्चे सद्गुरु बताते हैं और सद्गुरु से दीक्षा लेने के बाद ही मनुष्य जन्म की भी सार्थकता है. उन्होंने कहा कि आवागमन के चक्र में पड़े रहना सबसे बड़ा दु:ख है. पहाड़ के समान फैला हुआ पाप भी ध्यान योग से नष्ट हो जाता है. पापों का नाश करने वाला एक मात्र रास्ता ध्यान योग है. सत्संग करने से ईहलोक और परलोक दोनों सुधरता है. यह शरीर ध्यान साधना का घर और मोक्ष का द्वार है. प्रतिदिन नियमित रूप से सत्संग करने से सारा कार्य एक दिन अवश्य संपन्न हो जाता है. शाश्वत सुख को पाना चाहते हैं तो स्वयं को वैराग्य में रखते हुए ईश्वर की भक्ति करनी होगी. भक्ति का संस्कार जीव को महाभय से बचा कर मनुष्य शरीर में पुन: लाता है. संचालन जिला प्रचार मंत्री राजन कुमार चौरसिया ने किया. कार्यक्रम संयोजक नरेंद्र पंडित थे. मौके पर स्वामी गुरुदेव बाबा, प्रमोद यादव, मदन यादव, बालेश्वर साह, शिव चरण साह, अनंदी सिंह, भुज नारायण पंडित, धामनी देवी, प्रभात गुप्ता सहित दर्जनों सत्संगी उपस्थित थे.

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