मां के गर्भ में मिलता है संस्कार
प्रतिनिधि , मुंगेर सरस्वती शिशु मंदिर बेकापुर मुंगेर में मंगलवार को पूर्व छात्र संगोष्ठी का आयोजन किया गया. अध्यक्षता प्रधानाचार्य संजीव पाठक ने की. मुख्य अतिथि उपेंद्र भाई त्यागी थे. कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ सुनील गुप्ता, अमरनाथ केसरी, अशोक सितारिया एवं विष्णुदेव पाठक द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. मुख्य अतिथि ने कहा […]
प्रतिनिधि , मुंगेर सरस्वती शिशु मंदिर बेकापुर मुंगेर में मंगलवार को पूर्व छात्र संगोष्ठी का आयोजन किया गया. अध्यक्षता प्रधानाचार्य संजीव पाठक ने की. मुख्य अतिथि उपेंद्र भाई त्यागी थे. कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ सुनील गुप्ता, अमरनाथ केसरी, अशोक सितारिया एवं विष्णुदेव पाठक द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. मुख्य अतिथि ने कहा कि आज हम मंदिर में बैठे हैं किसी कॉन्वेंट में नहीं. क्योंकि देवालय और विद्यालय मिल कर मंदिर बनता है. विद्या भारती ने भारत ही नहीं विश्व स्तर पर शिशु मंदिर खोल कर संस्कार युक्त शिक्षा प्रदान करने की ठानी है. उन्होंने कहा कि संस्कार कभी मरता नहीं और न ही यह कहीं दुकान में मिलता है. संस्कार केवल मां के गर्भ और विद्यालय में पलता है. शिशु मंदिर संस्कार का ही केंद्र है. पूर्व छात्र डॉ गुप्ता ने कहा कि शिशु मंदिर की शिक्षा से जो संस्कार मिला वह आज किसी अन्य विद्यालय में नहीं दिखता. पूर्व छात्र राजेश जैन ने कहा कि उखड़े हुए की कोई पहचान नहीं होती. इसकी जड़ को हमेशा जीवित बनाये रखना चाहिए. कौशल किशोर पाठक ने प्रारंभिक विद्यालय से जुड़े रहने का आह्वान किया. निर्मल जैन, गोपाल प्रसाद केसरी, डॉ प्राण मोहन केसरी एवं रश्मि ने भी अपने अनुभव रखे. मौके पर पूर्व छात्र परिषद का गठन किया गया. जिसके संरक्षक डॉ सुनील गुप्ता बनाये गये. अशोक सितारिया को अध्यक्ष एवं कौशल पाठक को मंत्री बनाया गया. कनिष्का और अर्चना ने गीत प्रस्तुत किया. मौके पर दर्जनों पूर्व छात्र-छात्राएं उपस्थित थी.