बेटा हमरा घर से मारी के भगाय देलकै

मुंगेर: समाहरणालय सभागार में गुरुवार को जनता दरबार का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने की. जनता दरबार में विभिन्न मामलों से संबंधित कुल 33 आवेदन प्राप्त हुए. जिसकी सुनवाई करते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को कार्रवाई के आवश्यक निर्देश दिये. मौके पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी डॉ. कुंदन कुमार मुख्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2015 11:11 AM
मुंगेर: समाहरणालय सभागार में गुरुवार को जनता दरबार का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने की. जनता दरबार में विभिन्न मामलों से संबंधित कुल 33 आवेदन प्राप्त हुए. जिसकी सुनवाई करते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को कार्रवाई के आवश्यक निर्देश दिये. मौके पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी डॉ. कुंदन कुमार मुख्य रूप से मौजूद थे.
समय से पहले कर दिया रिटायर्ड. हवेली खड़गपुर प्रखंड के तेघड़ा गांव निवासी रिटायर्ड दफादार शंकर सिंह ने जिलाधिकारी को बताया कि विभाग द्वारा वर्ष 2013 में उसे छ: माह पूर्व ही रिटायर्ड कर दिया गया. जबकि सेवानिवृत्ति के उपरांत मिलने वाली राशि व पेंशन का लाभ अबतक उन्हें नहीं मिल रहा है. उन्होंने बताया कि उनकी माली हालत बिल्कुल खराब हो चुकी है. यदि राशि का भुगतान नहीं हुआ तो वह और उनके परिवार भुखमरी के शिकार हो जायेंगे.
जमीन हड़पने की कोशिश. शहर के लल्लू पोखर निवासी गोपाल महतो ने जिलाधिकारी से गुहार लगाया कि पड़ोसी जगदीश शर्मा व किशोर शर्मा उनके पैतृक जमीन को हथियाने की कोशिश कर रहा है. इतना ही नहीं विरोध करने पर वे लोग मार-पीट करते हैं. उन्होंने बताया कि जल्द इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो उसे जान से भी मरवाया जा सकता है.
निजी जमीन पर करना चाहता है कब्जा. टेटियाबंबर प्रखंड के तिलकारी बिच्छी चांचर निवासी धर्मेद्र कुमार ने जिलाधिकारी को बताया कि पड़ोसी नित्यानंद यादव व मिथलेश यादव उसके निजी जमीन पर कब्जा करना चाहता है. इतना ही नहीं घर से निकलने वाले नाली के पानी की निकासी को भी रोकता है. विरोध करने पर मार-पीट करता है. साथ ही जान से मारने की धमकी भी देता है.
सेविका बहाली में किया गया षडयंत्र. जगदंबापुर फरदा निवासी ममता कुमारी ने जिलाधिकारी से फरियाद लगायी कि आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 190 पर सेविका बहाली में षडयंत्र कर उसे स्थान नहीं दिया गया. उन्होंने बताया कि बाल विकास परियोजना द्वारा प्रकाशित औपबंधिक मेधा सूची प्रकाशन में उनके विकलांगता का बोनस अंक नहीं जोड़ा गया है. पदाधिकारियों की मिली भगत से अन्य अभ्यर्थी को उसके जगह स्थान दे दिया गया.

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