तकनीकी शिक्षा की छात्रवृत्ति में करोड़ों का फर्जीवाड़ा
मुंगेर: तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा के नाम पर अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा छात्र-छात्राओं को मिलनेवाली छात्रवृत्ति की राशि में करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. राज्य के बाहर के तकनीकी व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और शिक्षा माफियाओं की मिलीभगत से छात्रवृत्ति की राशि का बारा-न्यारा हो रहा है. मुंगेर में लगभग दो दर्जन […]
मुंगेर: तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा के नाम पर अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा छात्र-छात्राओं को मिलनेवाली छात्रवृत्ति की राशि में करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. राज्य के बाहर के तकनीकी व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और शिक्षा माफियाओं की मिलीभगत से छात्रवृत्ति की राशि का बारा-न्यारा हो रहा है.
मुंगेर में लगभग दो दर्जन ऐसे मामले पकड़े गये हैं जिसमें शिक्षा माफियाओं ने मुंगेर के बच्चों के नाम पर कल्याण विभाग से प्रवेशिकोत्तर तकनीकी व व्यावसायिक पाठ्यक्रम के अंतर्गत फर्जीवाड़ा किया है. जो बच्चे मुंगेर में पढ़ रहे उनका नाम गलत ढंग से बाहर के तकनीकी संस्थान में दर्ज कर राशि की निकासी की जा रही है.
उच्च शिक्षा के लिए मिलती है छात्रवृत्ति : अनुसूचित जाति व जनजाति कल्याण विभाग, पिछड़ा व अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग तकनीकी सह व्यावसायिक शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति की राशि देती है. ताकि राशि के अभाव में इस समुदाय से आने वाले बच्चों को उच्च शिक्षा से वंचित नहीं होना पड़े. लेकिन इस छात्रवृत्ति में शिक्षा माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है.
सक्रिय हैं शिक्षा माफिया : मुंगेर में शिक्षा माफिया का सक्रिय गिरोह संचालित है, जो ग्रामीण व सुदूरवर्ती गांव के छात्र-छात्रओं का सर्टिफिकेट लेकर फर्जी तरीके से दूसरे राज्य के तकनीकी कॉलेज से संपर्क करते हैं और उन्हें वहां नामांकित कराते हैं. फिर उस कॉलेज द्वारा कल्याण विभाग को डिमांड भेज कर योजना के तहत छात्रवृत्ति राशि का गबन करते हैं.
पढ़ते हैं मुंगेर में नामांकन यूपी में
कल्याण विभाग के अधिकारियों ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि तकनीकी कॉलेज राशि की डिमांड वैसे छात्र-छात्रओं के नाम पर कर रहे हैं जो मुंगेर के कॉलेज में पढ़ते हैं. हवेली खड़गपुर के शामपुर निवासी सूरज कुमार सिंह, शिवपुर लौगाय के श्याम रजक की पुत्री सुधा कुमारी, पुत्र शत्रु दास, हरि सिंह कॉलेज, खड़गपुर में पढ़ते हैं. इनका नाम उत्तर प्रदेश के एक तकनीकी कॉलेज में दिखाया जा रहा है. उनके नाम पर कैसे आवेदन भरा गया और कैसे इंजीनियरिंग कॉलेज में नामांकित बताया जा रहा है इसकी जानकारी छात्र-छात्रओं को नहीं है.