पुण्यतिथि पर विचार सह काव्य गोष्ठी आयोजित
प्रतिनिधि , मुंगेर अखिल भारतीय भाषा साहित्य समागम एवं बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन जिला शाखा के संयुक्त तत्वावधान में सुभाष नगर माधव निवास में पुण्यतिथि मनायी गयी. उसकी अध्यक्षता कवि जनार्दन झा जगप्रिय ने की. इस अवसर पर विचार सह काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया. मंच संचालन सुबोध छवि ने की. सर्वप्रथम सत्य एवं […]
प्रतिनिधि , मुंगेर अखिल भारतीय भाषा साहित्य समागम एवं बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन जिला शाखा के संयुक्त तत्वावधान में सुभाष नगर माधव निवास में पुण्यतिथि मनायी गयी. उसकी अध्यक्षता कवि जनार्दन झा जगप्रिय ने की. इस अवसर पर विचार सह काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया. मंच संचालन सुबोध छवि ने की. सर्वप्रथम सत्य एवं अहिंसा के पुजारी बापू जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की गयी. सभी उपस्थित बुद्धिजीवियों एवं साहित्यकारों ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला. दूसरे चरण में कवि गोष्ठी का आरंभ किया गया. सर्वप्रथम नवोदित कवित्री नन्दीता नमन ने राष्ट्रीयता की भावना से ओत-प्रोत कविता की प्रस्तुति की. पंक्ति कुछ इस प्रकार थी. ” नेहरू, गांधी और सुभाष थे, जाने जिन्हें जहान, भारत मेरा महान ”. हास्य कवि विमल कुमार मिश्रा ने अपनी रचना से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. कवि जनार्दन झा जगप्रिय ने अपनी रचना सुनाकर श्रोताओं को झकझोर दिया. ” मातृभूमि टे जन्मभूमि तुझको मेरा शतवार नमन” वासुदेव प्रसाद श्री पुंज भी अपनी कविता का सुस्वर पाठ किया. सुबोध छवि ने अपने दिल के उदगार को व्यक्त करते हुए कहा ऊंच नीच और भेद भाव की , आयी ऐसी आंधी कहां समय पहले जैसा, नहीं यहां कोई गांधी. इस अवसर पर गिरिजा शंकर नलिन, नवजीत कुमार निराला, नरेंद्र कुमार, सूर्यकांत, गौतम गोरी एवं अजय कुमार ने भी माल्यार्पण कर अपनी-अपनी रचना की प्रस्तुति की. अन्य कवियों में नूतन, वंदना, कोमल, विनीता एवं सुनील कनोजिया, राजेश निराला उपस्थित थे.