बरहट: थाना क्षेत्र के कुमरतरी गुरमाहा निवासी मीठू कोड़ा, बरमसिया निवासी ग्रामीण चिकित्सक बांदो कोड़ा व मन्नू कोड़ा को सीआरपीएफ द्वारा नक्सली होने के संदेह में गिरफ्तार किये जाने को लेकरआक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को घंटों तीर, धनुष, फरसा आदि पारंपरिक हथियारों से लैस होकर थाना को घेर लिया.
इस दौरान ग्रामीण सीआरपीएफ द्वारा निदरेष ग्रामीणों को हिरासत में लेकर मारपीट करने एवं महिलाओं के साथ दरुव्यवहार करने को लेकर रोष प्रकट कर रहे थे.
साथ ही गिरफ्तार तीनों लोगों को मुक्त करने की मांग कर रहे थे. इस आशय को लेकर ग्रामीणों ने बीडीओ व थानाध्यक्ष को आवेदन देकर न्याय की मांग किया. ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस हमलोगों के साथ इसी तरह का व्यवहार करती रहेगी तो हमलोगों के जीवन यापन की व्यवस्था अन्यत्र की जाय. बीडीओ प्रियदर्शी राजेश पायरट, सीओ राघवेंद्र दयाल व मुखिया विमल कृष्ण सिन्हा ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया. इस बाबत थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि इस आशय की जानकारी जिला प्रशासन को अग्रेतर कार्रवाई हेतु भेज दी जायेगी. विदित हो कि सीआरपीएफ 215 व 131 बटालियन के जवानों ने चोरमारा, गुरमाहा, कुमरतरी व बरमसिया में दो दिन पूर्व सर्च अभियान के नाम पर शिविर लगाकर नक्सली होने के संदेह पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया था.