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स्कूली बच्चों के पेयजल की व्यवस्था भगवान भरोसे

एक विद्यालय में तीन चापाकल, तीनों खराबफोटो संख्या : 7,8फोटो कैप्सन : प्राथमिक विद्यालय तारापुर दियारा टोटाहा एवं विद्यालय में लगा प्याऊ प्रतिनिधि , मुंगेरसूबे की सरकार विद्यालयों में शिक्षा के प्रति बच्चों को आकर्षित करने के लिए भले ही मध्याह्न भोजन योजना चला रखी हो. किंतु हाल यह है कि विभाग स्कूली बच्चों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 9, 2015 6:03 PM

एक विद्यालय में तीन चापाकल, तीनों खराबफोटो संख्या : 7,8फोटो कैप्सन : प्राथमिक विद्यालय तारापुर दियारा टोटाहा एवं विद्यालय में लगा प्याऊ प्रतिनिधि , मुंगेरसूबे की सरकार विद्यालयों में शिक्षा के प्रति बच्चों को आकर्षित करने के लिए भले ही मध्याह्न भोजन योजना चला रखी हो. किंतु हाल यह है कि विभाग स्कूली बच्चों को पेयजल तक उपलब्ध कराने में विफल साबित हो रही है. जिसके कारण स्कूली बच्चों की पेयजल व्यवस्था भगवान भरोसे है. सदर प्रखंड स्थित प्राथमिक विद्यालय तारापुर दियारा की भी कुछ ऐसी ही स्थिति है. इस विद्यालय में कुल नामांकित बच्चों की संख्या 181 है. विभाग द्वारा कुल 5 शिक्षकों को यहां पदस्थापित किया गया है. इस विद्यालय की सबसे बड़ी समस्या पेयजल की है. मालूम हो कि यहां तीन चापाकल लगे हुए हैं. किंतु तीनों ही चापाकल नाकाम. दो चापाकल एक साल पहले से खराब पड़ा हुआ है. एक मात्र चापाकल जो चालू है उससे काफी गंदा पानी निकलता है जो पीने लायक नहीं है. हाल यह है कि मध्याह्न भोजन पकाने के लिए रसोइया को दूसरे के घर से पानी लाना पड़ता है. वहीं बच्चों को पानी पीने के लिए अपना घर जाना पड़ता है.कहते हैं प्रभारी प्रधानाध्यापकविद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक महेश कुमार ने कहा कि खराब चापाकलों की मरम्मती के लिए विभाग को लिखित सूचना दी जा चुकी है. किंतु अबतक एक भी चापाकल की मरम्मती नहीं हो पायी है.

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