अस्थमा रोग के रोकथाम में हमारी भूमिका पर विचार गोष्ठी आयोजित

प्रतिनिधि , मुंगेरराष्ट्रीय अणुव्रत शिक्षक संसद संस्थान के तत्वावधान में विश्व अस्थमा दिवस के अवसर पर मंगलवार को जयप्रकाश उद्यान में विचार गोष्ठी आयोजित की गयी. जिसका विषय था ‘अस्थमा रोग के रोकथाम में हमारी भूमिका ‘. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला सचिव सुरेश मालाकार ने की. उन्होंने कहा कि वर्ष 1998 में 35 देशों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2015 10:05 PM

प्रतिनिधि , मुंगेरराष्ट्रीय अणुव्रत शिक्षक संसद संस्थान के तत्वावधान में विश्व अस्थमा दिवस के अवसर पर मंगलवार को जयप्रकाश उद्यान में विचार गोष्ठी आयोजित की गयी. जिसका विषय था ‘अस्थमा रोग के रोकथाम में हमारी भूमिका ‘. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला सचिव सुरेश मालाकार ने की. उन्होंने कहा कि वर्ष 1998 में 35 देशों ने विश्व अस्थमा दिवस में भाग लिया था. जब स्पेन के बार्सिलोना में पहला विश्व अस्थमा सम्मेलन आयोजित किया गया. जिसका मुख्य उद्देश्य था कि विश्व में अस्थमा और उसके उपचार के विषय में लोगों को जागरूक किया जाय. उन्होंने कहा कि अस्थमा रोग का संबंध सांस एवं फेफड़े से है. आज हमलोगों को शुद्ध हवा-पानी नसीब में नहीं है. जिसके कारण अस्थमा रोगियों की संख्या दुनिया में बढ़ती जा रही है. ग्लोबल अस्थमा रिपोर्ट 2014 के अनुसार पूरी दुनिया में 33.4 करोड़ लोग इस बीमारी से पीडि़त है. जेपी सेनानी रतन भटनागर ने कहा कि आज औद्योगिकीकरण एवं प्राकृतिक के दोहन के कारण इस बीमारी को फैलने का अच्छा अवसर मिला है. मुदित कुमार ने कहा कि शराब एवं धुम्रपान इस बीमारी को पोषक है. इसका नियंत्रण करके ही हम इस बीमारी से बच सकते है. गुरुदेव कुमार, महेंद्र नाथ गोयल, मो. इकबाल हसन, नागेश्वर नागमणि ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये.

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