मदर्स डे पर पंकज ने किया मां-बेटे के रिश्ते को कलंकित

प्रतिनिधि , मुंगेरएक ओर जहां रविवार को मदर्स डे पर सभी अपने-अपने तरीके से माताओं को सम्मानित कर रहे थे. वहीं दूसरी ओर जिले के हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के डंगरी गांव निवासी पंकज कुमार ने तलवार से अपनी ही मां सूमा देवी का हाथ-पांव काट कर मां-बेटे के रिश्ते को कलंकित कर दिया. माताएं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2015 10:04 PM

प्रतिनिधि , मुंगेरएक ओर जहां रविवार को मदर्स डे पर सभी अपने-अपने तरीके से माताओं को सम्मानित कर रहे थे. वहीं दूसरी ओर जिले के हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के डंगरी गांव निवासी पंकज कुमार ने तलवार से अपनी ही मां सूमा देवी का हाथ-पांव काट कर मां-बेटे के रिश्ते को कलंकित कर दिया. माताएं अपने पति से भी अधिक अपने बच्चे को लाड-प्यार देती है. कारण कि बुढ़ापे में वह मां-बाप का सहारा बनेगा. लेकिन जब वही पुत्र बड़ा होकर अपने निजी स्वार्थ के लिए मां का हाथ-पांव काट दे, तो फिर ऐसे कुपुत्र को जन्म देने से क्या फायदा. माताओं को जिंदगी का सबसे अधिक पीड़ा तब झेलनी पड़ती है, जब वह अपने बच्चे को जन्म देती है. किंतु उसकी यह पीड़ा बच्चे के मासूम चेहरे को देखते ही खत्म होने लगता है. लेकिन बुढ़ापे में उसी पुत्र द्वारा मां को दिया गया यह पीड़ा शायद अब कभी खत्म नहीं होगा. सदर अस्पताल में भरती घायल सूमा देवी जख्म से काफी पीडि़त थी. पुत्र के इस कुकृत्य को याद कर वह रोये जा रही थी. बार-बार वह यही दुहरा रही थी कि ‘ एतना जानतिहो रे पंकजवा त तोहरा जनम लै घरी ही गंगा में भसाय देतिहौ, हे दीनानाथ बांझ रखी दीहो लेकिन एैहनो कुपुत्र केकरो नै दीहो ‘. एक मां के मुंह से निकल रहे इन बदुआ को सुन कर वहां मौजूद सभी लोगों का कलेजा दहल उठा.

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