योजनाओं के कार्यान्वयन में संवेदनशील बनें अधिकारी
मुंगेर. प्रमंडलीय आयुक्त लियान कुंगा ने कहा है कि जनकल्याण की योजनाओं के कार्यान्वयन में अधिकारी संवेदनशील बनें. वे अपने कर्तव्य के प्रति जवाबदेह रह कर ही समाज को बेहतर सेवा प्रदान कर सकते हैं. वे सोमवार को प्रमंडल के सभी छह जिलों के जिला कल्याण पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. बैठक […]
मुंगेर. प्रमंडलीय आयुक्त लियान कुंगा ने कहा है कि जनकल्याण की योजनाओं के कार्यान्वयन में अधिकारी संवेदनशील बनें. वे अपने कर्तव्य के प्रति जवाबदेह रह कर ही समाज को बेहतर सेवा प्रदान कर सकते हैं. वे सोमवार को प्रमंडल के सभी छह जिलों के जिला कल्याण पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे.
बैठक में उपनिदेशक कल्याण मीणा सिन्हा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे. आयुक्त ने कल्याण विभाग द्वारा चल रही जनकल्याण के योजनाओं की जिलावार समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सरकारी गाइड लाइन के अनुसार जरूरतमंदों को लाभान्वित करें. उन्होंने कल्याण पदाधिकारियों को कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति, अल्पसंख्यक समाज के उत्थान के लिए सरकार ने अनेक कार्यक्रम चला रखे हैं. जिसका लाभ उस समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना उनका दायित्व है.
वंचित समाज को मुख्य धारा में जोड़ने से ही समाज में असमानता व भेदभाव दूर होगा. उन्होंने कल्याण विभाग के माध्यम से मिलने वाले विभिन्न छात्रवृत्ति की योजनाओं में विशेष चौकसी का निर्देश देते हुए कहा कि फर्जी संस्थाओं के नाम पर छात्रवृत्ति या अन्य लाभ लेने वाले संस्थाओं के विरुद्ध कार्रवाई की जाय. बैठक के दौरान बताया गया कि वर्ष 2008 में कल्याण छात्रवास व आवासीय विद्यालय के तहत जो योजनाएं ली गयी थी उसमें तीन योजनाएं अबतक अपूर्ण है. जिस पर आयुक्त ने गंभीर नाराजगी व्यक्त की और इसके लिए संबंधित जिला प्रशासन को कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिये.