मुंगेर : जिला बैंकर्स परामर्श दात्री समिति की बैठक शुक्रवार को समाहरणालय के सभाकक्ष में हुई. उसकी अध्यक्षता जिला पदाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने की. उन्होंने जिले के बैंकों के ऋण जमा अनुपात यानी सीडी रेसियो की स्थिति पर नाराजगी जतायी और हिदायत दी की वे अपने कार्यशैली में सुधार लाये.
बैठक में बताया गया कि बिहार में बैंकों की सीडी रेसियो 44 प्रतिशत है और मंुगेर में यह 27 प्रतिशत है जो काफी खराब है. बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2014-15 में 11.26 करोड़ ऋण जमा अनुपात के तहत बैंकों को लक्ष्य दिया गया था. लेकिन बैंकों ने इसमें लापरवाही बरती और मात्र 9.29 करोड़ रुपये ही वितरण किया. वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए नाबार्ड ने 12.30 करोड़ राशि ऋण जमा अनुपात के हिसाब ऋण पर खर्च करने का लक्ष्य दिया है.
जिसे राज्य कमेटी ने मान लिया. जिलाधिकारी ने बैंकर्स से कहा कि योजनाओं का पैसा मजदूरों के खाते पर जाने में काफी विलंब होता है. जिससे मजदूरों को परेशानी होती है. इसमें अविलंब सुधार लाये. उन्होंने पीएमआरवाई, शिक्षा ऋण एवं केसीसी लोन देने पर आनाकानी नहीं करने का निर्देश दिया. पुलिस अधीक्षक वरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि बैंकर्स को ऋण वापसी लेने में जहां भी दिक्कत हो वे पुलिस का सहयोग ले सकते है. पुलिस उन्हें रिकवरी में पुरी मदद करेंगी. मौके पर डीडीसी नागेंद्र कुमार सिंह, एडीएम ईश्वरचंद्र शर्मा, नाबार्ड डीडीएम शीतांशु शेखर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.