इमरजेंसी वार्ड : नहीं है आरएल, हेमेक्सिल व टेटवेक की सूई
मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ रही है जीवन रक्षक दवाएंफोटो संख्या : 11फोटो कैप्सन : इमरजेंसी वार्ड प्रतिनिधि , मुंगेरमुंगेर सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में आरएल, हेमेक्सिन व टेटवेक जैसी सूई उपलब्ध नहीं है. यहां जीवन रक्षक दवाओं का अभाव है और आपात स्थिति में अस्पताल आने वाले रोगियों के लिए बाजार से […]
मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ रही है जीवन रक्षक दवाएंफोटो संख्या : 11फोटो कैप्सन : इमरजेंसी वार्ड प्रतिनिधि , मुंगेरमुंगेर सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में आरएल, हेमेक्सिन व टेटवेक जैसी सूई उपलब्ध नहीं है. यहां जीवन रक्षक दवाओं का अभाव है और आपात स्थिति में अस्पताल आने वाले रोगियों के लिए बाजार से दवा व सूई खरीदनी पड़ रही है. बुधवार को धरहरा निवासी महिला माला देवी घायलावस्था में अस्पताल पहुंची. उसका हाथ धारदार लोहे से कट गया था. चिकित्सक ने उसे टेटवेक की सूई बाहर से खरीद कर लाने को कहा. वहीं डायरिया वार्ड में भरती मो. इकबाल ने बताया कि उसे न ही आरएल दिया जा रहा है और न ही डीएनएस. कहने पर नर्स बोलती है कि यहां जो उपलब्ध है वहीं दिया जायेगा अन्यथा बाहर से खरीद कर लाओ. इधर नाम नहीं छापने के शर्त पर इमरजेंसी वार्ड में मौजूद फर्माशिस्ट ने बताया कि यहां आरएल, डीएनएस, हेमेक्सिल, डेक्सोना, हिमोस्टेट, टेटवेक व बच्चे को लगाये जाने वाले 24 नंबर की इंट्राकेट उपलब्ध नहीं है. आवश्यकता पड़ने पर रोगियों को बाहर से दवा खरीद कर लाना पड़ता है. जबकि इन में से अधिकांश दवाएं जीवन रक्षक हैं. बावजूद अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इन दवाओं का अभाव होना दुर्भाग्यपूर्ण है.कहते हैं सिविल सर्जनसिविल सर्जन डॉ रामेश्वर प्रसाद महतो ने बताया कि इमरजेंसी वार्ड में उपरोक्त दवाओं का अभाव है या नहीं इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. इसके लिए उन्हें पता करना होगा.