बंध्याकरण के सात माह बाद महिला ने दिया पुत्र को जन्म
महिला के बंध्याकरण पर उठ रहे सवाल प्रतिनिधि , मुंगेरएक बार फिर सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र में शनिवार को एक महिला ने बंध्याकरण के सात महीने बाद एक पुत्र को जन्म दी. जिसके कारण चिकित्सकीय जांच पर फिर से सवाल खड़ा हो गया है. जो बंध्याकरण के विश्वसनीयता को भंग कर रहा है. मिर्ची […]
महिला के बंध्याकरण पर उठ रहे सवाल प्रतिनिधि , मुंगेरएक बार फिर सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र में शनिवार को एक महिला ने बंध्याकरण के सात महीने बाद एक पुत्र को जन्म दी. जिसके कारण चिकित्सकीय जांच पर फिर से सवाल खड़ा हो गया है. जो बंध्याकरण के विश्वसनीयता को भंग कर रहा है. मिर्ची तालाब लाल दरवाजा निवासी कपिलदेव यादव की पत्नी पिंकी देवी ने सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र में शनिवार को एक पुत्र को जन्म दी. जिससे उनके परिजनों में उमंग की लहर दौर गयी. किंतु इस प्रसव ने एक बार फिर से चिकित्सकीय जांच पर सवाल खड़ा कर दिया. मालूम हो कि बीते वर्ष नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में पिंकी देवी का बंध्याकरण कराया जा चुका था. लेकिन सात महीने बाद महिला ने बच्चे का जन्म दी. पिंकी ने बताया कि बेगूसराय जिले के साहबपुर कमाल स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उसका बंध्याकरण किया गया था. जिसके बाद वह अपने आप को अनचाहे गर्भ से निवृत्त समझ रही थी. किंतु इसे कुदरत का खेल कहें या फिर चिकित्सकीय लापरवाही. कहते हैं चिकित्सकमहिला चिकित्सक डॉ मधुमिता ने बताया कि इस तरह के केस कई बार आये हैं. जिसमें बंध्याकरण के बाद भी महिलाओं ने बच्चे को जन्म दिया है. दरअसल ऐसी घटना तब होती है जब बंध्याकरण के पूर्व होने वाली जांच का रिपोर्ट सही नहीं मिलता.