मैट्रिक के रिजल्ट पर डीएम व एसपी की प्रतिक्रया

जीवन का सबसे सुखद क्षण था : डीएम फोटो संख्या : 14फोटो कैप्सन : डीएम अमरेंद्र प्रसाद सिंह मुंगेर मुंगेर के जिला पदाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह नेतरहाट विद्यालय, तिलैया के छात्र थे. वे वर्ष 1976 में बिहार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण किये थे. उन्होंने बताया कि उस समय इंटरनेट का जमाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2015 10:05 PM

जीवन का सबसे सुखद क्षण था : डीएम फोटो संख्या : 14फोटो कैप्सन : डीएम अमरेंद्र प्रसाद सिंह मुंगेर मुंगेर के जिला पदाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह नेतरहाट विद्यालय, तिलैया के छात्र थे. वे वर्ष 1976 में बिहार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण किये थे. उन्होंने बताया कि उस समय इंटरनेट का जमाना नहीं था और न ही अखबारों में रिजल्ट प्रकाशित होता था. उन्हें डाक द्वारा विद्यालय से रिजल्ट भेजा गया था. जब उन्हें डाक मिला और उसे खोल कर अपना रिजल्ट देखा तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा. वह जीवन का सबसे सुखद क्षण था. पहली बार लगा कि अब वे बड़े हो गये हैं तथा आगे पढ़ाई कर जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना है. उनके परीक्षाफल से परिवार के सभी लोग भी काफी खुश हुए थे. फर्स्ट डिवीजन देख खुशी का नहीं था ठिकाना : एसपी फोटो संख्या : 15 फोटो कैप्सन : एसपी वरुण कुमार सिन्हा मुंगेर . मुंगेर के पुलिस अधीक्षक वरुण कुमार सिन्हा आरडी टाटा स्कूल जमशेदपुर के छात्र थे. वे 1975 में माध्यमिक परीक्षा उत्तीर्ण किये थे. उन्होंने बताया कि परीक्षा देने के बाद रिजल्ट का इंतजार बेसब्री से रहता था. जब रिजल्ट निकला और स्कूल के सक्सेर बोर्ड पर उनका नाम फर्स्ट डिवीजन सूची में लिखा देखा तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा. उन्होंने बताया कि मैट्रिक का रिजल्ट देख वे न सिर्फ काफी प्रसन्न हुए बल्कि उस रिजल्ट ने उन्हें जीवन में कुछ करने का हौसला भी बढ़ाया. उन्होंने कहा कि आज एक बार फिर मैट्रिक की परीक्षाफल का दिन याद आ गया.

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