सभ्य जीवन के लिए मानवाधिकार का संरक्षण जरूरी

प्रतिनिधि , मुंगेरबीआरएम कॉलेज में चल रहे एनएसएस के विशेष समर कैंप के पांचवें दिन शनिवार को महिला हिंसा एवं मानवाधिकार विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता सेवानिवृत्त डीएसपी तथा अधिवक्ता दिनेश कुमार थे.उन्होंने कहा कि अधिकार के बिना सभ्य मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती. अधिकार मनुष्य में नैतिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2015 10:05 PM

प्रतिनिधि , मुंगेरबीआरएम कॉलेज में चल रहे एनएसएस के विशेष समर कैंप के पांचवें दिन शनिवार को महिला हिंसा एवं मानवाधिकार विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता सेवानिवृत्त डीएसपी तथा अधिवक्ता दिनेश कुमार थे.उन्होंने कहा कि अधिकार के बिना सभ्य मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती. अधिकार मनुष्य में नैतिक एवं मानवीय मूल्यों को जीवंत करता है. मानवीय जीवन के लिए अधिकारों का संरक्षण जरूरी है. स्वयं मानवाधिकार ही मानवीय जीवन का संरक्षक है. सुखद जीवन के लिये मानवाधिकार का पालन करें. उन्होंने कहा कि आज समाज विखंडित हो चुका है. महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार को रोकने की दिशा में मानवाधिकार मील का पत्थर साबित होगा. भारत में नारी को देवी का दर्जा प्राप्त है. उनके साथ भेदभाव नहीं बरतें. डॉ प्रकाश कुमार ने कहा कि मानवाधिकार व्यवस्थित जीवन के लिये आवश्यक है. घरेलू हिंसा मानव के लोकतांत्रिक अधिकार में बाधक है जिससे उसका विकास रुक जाता है. संचालन कर रहे डॉ दीपक कुमार दिनकर ने कहा कि किसी सभ्य समाज की पहचान वहां के लोगों को प्राप्त अधिकारों से होती है. जब तक हर वर्ग के लोगों को समान अवसर नहीं मिलता तब तक मानवाधिकार की बात करना बेमानी है. इससे पहले ट्रेनर अजय कुमार ने एनएसएस स्वयं सेविकाओं को कराटे का प्रशिक्षण दिया. कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रीति, पूजा, समीक्षा, महजबी, नूर रहमान, कोमल, प्रियंका, अंकिता राय, अरुणा, रूबी, रुची तथा चांदनी की भूमिका सक्रिय रही.

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