बारिश के फुहारों में तुम मुझे न भुला देना…

फोटो संख्या : 12फोटो कैप्सन : संगोष्ठी में उपस्थित परिषद के सदस्य प्रतिनिधि , मुंगेरसाहित्य को समर्पित विद्वत परिषद विभावरी के तत्वावधान में बड़ी बाजार में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता राजेश जैन ने की. मुख्य अतिथि के रुप में एएसपी संजय सिंह मुख्य रुप से मौजूद थे. विभावरी के वरिष्ठ सदस्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2015 10:05 PM

फोटो संख्या : 12फोटो कैप्सन : संगोष्ठी में उपस्थित परिषद के सदस्य प्रतिनिधि , मुंगेरसाहित्य को समर्पित विद्वत परिषद विभावरी के तत्वावधान में बड़ी बाजार में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता राजेश जैन ने की. मुख्य अतिथि के रुप में एएसपी संजय सिंह मुख्य रुप से मौजूद थे. विभावरी के वरिष्ठ सदस्य व चिकित्सक डॉ रघुनाथ भगत ने कार्यक्रम का शुभारंभ अपनी कविता से किया. जिसके बोल थे ‘अषाढ़ के बारिश के फुहारों में तुम मुझे न भुला देना ‘ . गायक मुकेश की याद को ताजा करते हुए उनके शिष्य विनोद राठौर ने कई गीत सुनाये. जिसे सुन कर लोगों को अनायास ही मुकेश की याद आने लगी. गजलकार अनिरुद्ध सिन्हा ने अपनी ताजा गजल सुनाया. उन्होंने कहा ‘ तुम न आये इधर देखते-देखते, छूके गुजरी हवा देखते-देखते ‘ सुनाया तो लोग झूमने लगे. राजेश जैन ने प्रसिद्ध व्यंगकार चिराग जैन की भावना को उद्धत करते हुए मतदाताओं को लोकतंत्र की दुहाई दी और कहा ‘ हम खायें कसम इस बार कोई मत व्यर्थ नहीं जाने देंगे, जनता की मर्जी के बिना अब न सत्ता अब न सत्ता हथियाने देंगे ‘. चैंबर प्रवक्ता निर्मल जालान ने ‘ फूलों की महक को चुराया नहीं जाता, सूरज की किरणों को छुपाया नहीं जाता ‘ सुनाया. राधेश्याम शुक्ल ने ‘ खुशबू को बहुत शौक है फैलने का मगर, ये मुमकिन नहीं है हवाओं से रिश्ता किये बगैर ‘ सुनाया. मौके पर राजकुमार सरावगी, वाइपी सिंह, मनोज कुमार, प्रकाश कुमार, एनके ठाकुर, शरद सिंह, अशोक पटेल सहित अन्य मौजूद थे.

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