ऋषि श्रृंगि का तपोभूमि है ऋषिकुंड : मौनी बाबा
श्रृंगि ऋषि ने ही राजा दशरथ को कराया था पुत्रेष्टि यज्ञ फोटो संख्या : 9 फोटो कैप्सन : प्रवचन करते मौनी बाबा प्रतिनिधि, बरियारपुरऋषिकुंड में आयोजित मलमास मेले में सत्संग ध्यान आश्रम ब्रह्मस्थान के तत्वावधान में शनिवार को संतमत सत्संग का आयोजन किया गया. जिसके मुख्य प्रवचनकर्ता मौनी बाबा ने श्रृंगि ऋषि की तपोभूमि पर […]
श्रृंगि ऋषि ने ही राजा दशरथ को कराया था पुत्रेष्टि यज्ञ फोटो संख्या : 9 फोटो कैप्सन : प्रवचन करते मौनी बाबा प्रतिनिधि, बरियारपुरऋषिकुंड में आयोजित मलमास मेले में सत्संग ध्यान आश्रम ब्रह्मस्थान के तत्वावधान में शनिवार को संतमत सत्संग का आयोजन किया गया. जिसके मुख्य प्रवचनकर्ता मौनी बाबा ने श्रृंगि ऋषि की तपोभूमि पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि भगवान राम के जन्म के लिए राजा दशरथ को पुत्रेष्टियज्ञ वाले श्रृंगि ऋषि की तपोभूमि ऋषिकुंड ही है. बाबा अनंत दास जैसे महान तपस्वी भी यहीं पर तप किये. ऋषिकुंड में बड़े-बड़े ऋषि-मुनियों ने तपस्या की. महर्षि मेहीं परमहंस जी महाराज तपस्या किये एवं बाबा भुजंगी दास दीक्षा प्राप्त किये. उन्होंने कहा कि यह स्थल वर्षों पूर्व जंगलों से घिरा हुआ था. धीरे-धीरे जंगल की कटाई होने से कुंड का अवशेष बचा हुआ है. ऋषिकुंड का इतिहास काफी पुराना है. त्रेता युग से ही मलमास मेला का आरंभ हुआ. तब से आजतक यहां मलमास मेला लगता है. यहां आज भी कई ऐसे गुफाएं हैं जहां ऋषि-मुनि बैठ कर तप करते थे. मौके पर योगेंद्र चौधरी, नित्यानंद बाबा, चंद्रिका दास, घुटेश ठाकुर सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु उपस्थित थे.