पानी बनी आफत, लोगों के लिए नि:शक्तता बनी घातक

प्रतिनिधि, हवेली खड़गपुर हवेली खड़गपुर के बड़ी मंझगांय पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 2 के नजरी दक्षिण टोला के लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो रहा है और लोग आर्सेनिक युक्त पानी पीने को विवश हैं. लोगों की लाचारी है कि वे दूसरे जगह जाकर पानी ला नहीं सकते. ऐसे में ग्रामीण करे भी तो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2015 7:05 PM

प्रतिनिधि, हवेली खड़गपुर हवेली खड़गपुर के बड़ी मंझगांय पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 2 के नजरी दक्षिण टोला के लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो रहा है और लोग आर्सेनिक युक्त पानी पीने को विवश हैं. लोगों की लाचारी है कि वे दूसरे जगह जाकर पानी ला नहीं सकते. ऐसे में ग्रामीण करे भी तो क्या? जबकि इस गांव में लगभग 400 की आबादी बसती है और सुविधा नाम की कोई चीज नहीं है. आर्सेनिक युक्त पानी पीते हैं ग्रामीण नजरी गांव के लोगों के समक्ष शुद्ध पेयजल की विकराल समस्या बनी हुई है. ग्रामीण फ्लोराइड एवं आर्सेनिक युक्त पानी पीकर अपंगता के शिकार हो रहे हैं. विवशता यह है कि अधिकांश ग्रामीण पहले से अपंग है और वे दूर जाकर पानी ला नहीं सकते. इस ओर न तो स्थानीय जनप्रतिनिधि ही ध्यान दे रहे और न ही जिला प्रशासन. कहते हैं ग्रामीण कमलेश्वरी यादव, जीरा देवी, विषुण्देव यादव, संजय ठाकुर सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दो-चार वर्षों से इस गांव में अधिकांश लोग विकलांगता जैसी बीमारी से पीडि़त हैं. अधिकांश लोगों में पीठ, कमर, जोड़ के दर्द, पैर फूलना, पैर-हाथ टेढ़े-मेढ़े होने की बीमारी है. जिसके कारण हमलोगों को मजदूरी भी नहीं मिलती. जबकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया था ताकि यहां के लोगों के स्वास्थ्य ठीकठाक रह सके. लेकिन दिन प्रतिदिन यह बीमारी लोगों में बढ़ती जा रही है. सरकार भी इस गांव के प्रति उदासीन रवैये अपनायी हुई है. न तो शुद्ध पेयजल नसीब हो पाता है और न ही अन्य सुविधाएं भी मिलती है.

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