मुख्यालय में नहीं रहते धरहरा के बीडीओ

फोटो संख्या : 17फोटो कैप्सन : बीडीओ आवास प्रतिनिधि, धरहरा धरहरा प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी मुख्यालय के बजाय जमालपुर में रहते हैं. उनका आवास भूत बंगला में तब्दील हो चुका है. जबकि भवन की मरम्मती हाल ही में 13 वें वित्त आयोग की राशि से करायी गयी. ताकि बीडीओ अपने आवास में रह सके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2015 10:05 PM

फोटो संख्या : 17फोटो कैप्सन : बीडीओ आवास प्रतिनिधि, धरहरा धरहरा प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी मुख्यालय के बजाय जमालपुर में रहते हैं. उनका आवास भूत बंगला में तब्दील हो चुका है. जबकि भवन की मरम्मती हाल ही में 13 वें वित्त आयोग की राशि से करायी गयी. ताकि बीडीओ अपने आवास में रह सके और समय पर प्रखंड का कामकाज हो सके. लेकिन वे यहां रहना मुनासिब नहीं समझाते. मुख्यालय में रहने का है आदेश राज्य सरकार के स्पष्ट आदेश है कि अधिकारी अपने पदस्थापित मुख्यालय में रहेंगे. इसके लिए अधिकारियों को आवास की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है. धरहरा नक्सल प्रभावित क्षेत्र है और यहां अधिकारियों का मुख्यालयों में रहना अतिआवश्यक है. किंतु बीडीओ मुख्यालय में नहीं रहते. यदि कभी लोगों को कोई काम पड़ता है तो वे साहब के आने का इंतजार करते हैं. समय पर नहीं पहुंचते बीडीओ प्रखंड विकास पदाधिकारी का हाल यह है कि आवास की मरम्मती होने के बावजूद वे नहीं रहते. जिसके कारण बीडीओ समय पर कार्यालय नहीं पहुंचते और किसानों को खासा परेशान होना पड़ता है. यहां तक कि कई लोगों को बीडीओ से मुलाकात तक भी नहीं हो पाती है.कहते हैं बीडीओ प्रखंड विकास पदाधिकारी सुजीत कुमार राउत ने बताया कि क्वार्टर एकांत में रहने के कारण भय सा महसूस होता है. इसलिए र्क्वाटर में रहना कष्टप्रद है. वैसे वे कार्यालय अवधि में समय पर उपस्थित होते हैं.

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