जनसरोकार के मुद्दे को लेकर जनाधिकार मोरचा ने दिया धरना
फोटो संख्या : 3फोटो कैप्सन : संबोधित करते मोरचा नेता प्रतिनिधि : मुंगेरअंगरेजी गुलामी की अंतिम निशानी खास महाल नीति को खत्म करने एवं गरीबों की गाढ़ी कमाई की राशि को चिटफंड कंपनियों द्वारा हजम करने के विरोध में जनाधिकार मोरचा ने बुधवार को शहीद स्मारक के समक्ष धरना दिया. जिसका नेतृत्व मोरचा के संस्थापक […]
फोटो संख्या : 3फोटो कैप्सन : संबोधित करते मोरचा नेता प्रतिनिधि : मुंगेरअंगरेजी गुलामी की अंतिम निशानी खास महाल नीति को खत्म करने एवं गरीबों की गाढ़ी कमाई की राशि को चिटफंड कंपनियों द्वारा हजम करने के विरोध में जनाधिकार मोरचा ने बुधवार को शहीद स्मारक के समक्ष धरना दिया. जिसका नेतृत्व मोरचा के संस्थापक अध्यक्ष संजय केशरी कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जब भी राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुंगेर आयेंगे तो उनसे खास महाल की समस्याओं को और जटिल करने, गरीब, विधवा, विकलांगों को लाल कार्ड एवं पेंशन से अबतक वंचित करने तथा चिटफंड कंपनियों में जनता की डूबी जमा राशि वापस दिलाने जैसे जनहित के मुद्दों पर जवाब मांगा जायेगा. साथ ही मेडिकल कॉलेज, नौवागढी को प्रखंड, घोरघट बेली ब्रिज, बरियारपुर रेलवे ओवर ब्रिज जैसे ज्वलंत सवालों के मसले पर उन्हें घेरा जायेगा. मोरचा के संरक्षक दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि सुशासन सरकार की गलत नीतियों के कारण मुंगेर बरबाद होता जा रहा है. अगर इस बार फिर उन्हें मौका मिलेगा तो वे मुंगेर को और बरबाद कर देंगे. धरना देने वालों में मो. नियाज उद्दीन, नरेश कुमार गुप्ता, शीला कुमारी सिन्हा सहित अन्य शामिल थे.