मुंगेर : लूट में रंगदारी मांगने पर एंटिना गिरोह के सदस्यों ने दो दिन पूर्व मो सरफराज की हत्या कर दी थी. इस बात का खुलासा इस मामले में गिरफ्तार शहर के नया टोला मिन्नत नगर हाजीसुभान निवासी मो मुस्तकीम ने शुक्रवार को की.
उन्होंने पुलिस अधीक्षक वरुण कुमार सिन्हा के समक्ष कई आपराधिक घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकारा. जिसमें दो हत्या, डकैती व लूट जैसे मामले शामिल हैं.
पुलिस अधीक्षक वरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि 30 सितंबर की तड़के अपराधियों ने पुरबसराय रेलवे ढ़ाला निवासी मो. सरफराज उर्फ जॉनी की गोली मार कर हत्या कर दी थी.
परिजनों ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी. कांड के उद्भेदन के लिए टीम का गठन किया. टीम ने घटना के एक घंटे बाद ही हत्याकांड में शामिल अपराधियों की शिनाख्त कर ली. इस मामले में मो. मुस्तकीम को गिरफ्तार कर लिया गया. जिस पर दो हत्या, लूट सहित दर्जन भर मामले दर्ज है.
छीनी मोटरसाइकिल
हत्या के बाद हमलोग राहुल के साथ पाटम उसके रिश्तेदार के यहां जाने के लिए निकल गये. इसी क्रम में रेलवे सुरंग के समीप एक मोटर साइकिल सवार को रोका और उससे मोटर साइकिल छिन लिया. उसी मोटर साइकिल से हम तीनों वहां से निकल गये.
कैसे हुई गिरफ्तारी
पुलिस अधीक्षक वरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि लूटी हुई मोटर साइकिल से तीनों हत्यारा मुफस्सिल थाना के समीप खजांची बगीचा में शराब पी रहा है. पुलिस ने छापेमारी की तो मो. मुस्तकीम को गिरफ्तार कर लिया गया. जबकि राहुल और सन्नी भाग निकला. लूट की मोटर साइकिल भी जब्त की गयी.
दर्जन भर मामले हैं दर्ज
एसपी ने बताया कि मो मुस्तकीम पर पहले से ही दर्जन भर मामले दर्ज है. मो. मुस्तकीम, मो. बबला, पप्पू एवं सोनू ने भागलपुर में अपने ही गिरोह के एक सदस्य मो. शज्जाद की हत्या कर दी. जो मुंगेर का ही रहने वाला था.
मुस्तकीम ने बताया कि सोनू की पत्नी से शज्जाद का अफेयर था. इसलिए उसकी हत्या की गयी. उसने बताया कि हमलोग भागलपुर स्टेशन से उसे साथ लिया और बगीचा ले जाकर पहले शराब पिलायी.
वीयर की बोतल फोड़ कर उसके पेट, गले एवं अन्य जगहों पर प्रहार कर घायल कर लिया. हबीबपुर थाना में 63/15 मामला दर्ज है. जबकि इस्ट कॉलोनी, कोतवाली, कासिम बाजार में दस मामले दर्ज हैं. अन्य थानों में भी मामला खोजा जा रहा है. पुलिस की राइफल लूटने के आरोप में वह ढाई साल जेल में भी बंद रहा है.
रेलवे में करता था चोरी
मुस्तकीम ने बताया कि वे लोग छिनतई के साथ ही ट्रेन में बैग उतारने का काम करते हैं. ट्रेन खुलने पर मौका देखकर गले से चेन भी उड़ाते हैं. वे लोग कोड शब्द का इस्तेमाल करते है. चेन को सुतरी, बेग को लटकन, अंगुठी को अंगुल, मोबाइल को बाजा कर संबोधित करते हैं.