मोटर साइकिल पर हुई कूड़े की ढुलाई
* नगर मुंगेर के 24.29 लाख रुपया के गबन का है कनीय अभियंता पर आरोपमुंगेर : स्कूटर पर सांढ ढ़ोने का मामला कुछ वर्ष पूर्व बिहार में पशुपालन विभाग में हुआ था. उसी तर्ज पर रामकुमार राय कनीय अभियंता, नगर निगम, मुंगेर ने स्कूटर, मोटर साइकिल व जीप पर नाले का कचड़ा की ढुलाई करते […]
* नगर मुंगेर के 24.29 लाख रुपया के गबन का है कनीय अभियंता पर आरोप
मुंगेर : स्कूटर पर सांढ ढ़ोने का मामला कुछ वर्ष पूर्व बिहार में पशुपालन विभाग में हुआ था. उसी तर्ज पर रामकुमार राय कनीय अभियंता, नगर निगम, मुंगेर ने स्कूटर, मोटर साइकिल व जीप पर नाले का कचड़ा की ढुलाई करते हुए 24.29 लाख गटक गये. उन्होंने यह दिखा दिया कि जब स्कूटर पर सांढ ढ़ोया जा सकता है तो कचड़ा क्यों नहीं?
वर्ष 2008 में सॉलिड बेस्ट मैनेजमेंट योजना के तहत मुंगेर शहरी क्षेत्र के बड़े नालों से पांच फीट की गहराई से कचड़ा निकाल कर साफ करने की 18 योजनाएं बनायी गयी. इस सभी योजनाओं में कुल प्राक्कलित राशि 27,73,450 रुपये है. इसका रेकर्ड सं. 1/07-08 से लगातर 18/07-08 तक है. इस योजना के अभिकर्ता कनीय अभियंता नगर निगम रामकुमार राय हैं. उन्होंने प्राक्कलित राशि के विरुद्ध 24,29,917 रुपये का भुगतान बिना काम कराये ही प्राप्त कर लिया.
* दोपहिया पर कचड़ा ढ़ोना नहीं संभव
नगर आयुक्त ने प्राथमिकी में कहा है कि दोपहिया वाहन पर कचड़ा ढ़ोना संभव नहीं है. रामकुमार राय कनीय अभियंता यह नहीं बता पा रहे हैं कि स्कूटर, मोटरसाइकिल, जीप पर कचड़ा ढ़ोने का भाड़ा लेने वाला व्यक्ति प्रमोद कुमार सिंह, अनिल कुमार, शकील अहमद, विकास यादव, प्रदीप यादव, सुबोध कुमार सिंह, राजेश यादव कौन है? स्पष्टत: यह 100 प्रतिशत फर्जी अभिश्रव है, जिस पर लेखापाल (सेवानिवृत) योगेंद्र प्रसाद एवं तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी भानू प्रकाश एवं कनीय अभियंता, राम कुमार राय का हस्ताक्षर है.
इस मामले में तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी को भी आरोपित किया गया है. किंतु वे बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी है. इस लिए उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए सरकार से अनुमति मांगी गयी है. विदित हो कि भानु प्रकाश मुंगेर में वरीय उप समाहर्ता के पद पर आसीन है और कुछ दिनों तक नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी के प्रभार में रहे थे.
* जालसाजों ने अजिर्त की अकूत संपत्ति
मुंगेर : निगम आयुक्त द्वारा प्राथमिकी के लिए भेजे गये रिपोर्ट में कहा है कि कनीय अभियंता राम कुमार राय एवं सेवा निवृत्त लेखापाल योगेंद्र प्रसाद ने जालसाजी कर अकूत संपत्ति अजिर्त की है.
कनीय अभियंता का लल्लू पोखर मुंगेर के अतिरिक्त पटना, बेगुसराय एवं साहेबपुर कमाल में लाखों की चल -अचल संपत्ति है. जबकि योगेंद्र प्रसाद का नवटोलिया बिंदवारा के अतिरिक्त महेंद्रू पटना में भी मकान है. विदित हो कि कनीय अभियंता राम कुमार राय नगर निगम में ही एक अन्य घोटाले के मामले में जेल में बंद है.