सदर अस्पताल के वार्डों में आवारा कुत्ते लगाते हैं राउंड
सदर अस्पताल के वार्डों में आवारा कुत्ते लगाते हैं राउंड फोटो संख्या : 5फोटो कैप्सन : पुरुष सर्जिकल वार्ड में घूमता कुत्ता प्रतिनिधि, मुंगेरमुंगेर सदर अस्पताल में इन दिनों कुत्ते की संख्या में इजाफा हुआ है. जिसके कारण अस्पताल के वार्डों में आवारा कुत्ता घूमते रहता है. हाल यह है कि मौका मिलते ही वे […]
सदर अस्पताल के वार्डों में आवारा कुत्ते लगाते हैं राउंड फोटो संख्या : 5फोटो कैप्सन : पुरुष सर्जिकल वार्ड में घूमता कुत्ता प्रतिनिधि, मुंगेरमुंगेर सदर अस्पताल में इन दिनों कुत्ते की संख्या में इजाफा हुआ है. जिसके कारण अस्पताल के वार्डों में आवारा कुत्ता घूमते रहता है. हाल यह है कि मौका मिलते ही वे रोगियों के भोजन व अन्य समान भी लेकर भाग जाता है. कुछ दिन पहले इस तरह की एक वारदात भी हुई थी. सोमवार को सदर अस्पताल के पुरुष सर्जिकल वार्ड में एक कुत्ता मरीज के बेड के समीप खड़ा था. ऐसा प्रतीत हो रहा था कि कुत्ता कुछ खाने की सामग्री खोज रहा हो. भरती मरीज द्वारा कुत्ते भगाने के लिए हट-हट कर आवाज लगाया जा रहा था. किंतु निर्भीक कुत्ते पर उस मरीज के दुत्कारने का कोई असर नहीं दिख रहा था. मालूम हो कि चार माह पूर्व भी अस्पताल के इसी वार्ड में एक कुत्ता मरीज का खाना लेकर भाग गया था. जिसमें उस मरीज के कई जरूरी कागजात भी थे. कुत्ते का घूमना संक्रमण को दे रहा दावत मरीजों के समीप कुत्ते का जाना काफी खतरनाक माना जाता है. डॉ वाइके दिवाकर ने बताया कि कुत्ते के मुंह से हमेशा लार टपकते रहता है. जिससे संक्रमण होने का खतरा बना रहता है. कुत्ते के काटने मात्र से लोग सिर्फ घायल हो सकते हैं. किंतु काटने के दौरान ही उसके मुंह का लार घायल के खून के संपर्क में आ कर उसे रैबीज से संक्रमित कर सकता है. कुत्ते का लार यदि किसी खाने- पीने के सामग्री के संपर्क में आ जाय और यदि लोग उस खाद्य- पदार्थ का सेवन कर लें तो उनमें रैबीज के संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है. इससे साफ माना जा सकता है कि वार्डों में कुत्ते का घूमना संक्रमण को दावत दे रहा है.