ठंड : 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा पारा

मुंगेर : पिछले पांच दिनों की ठंड ने लोगों को अपने गिरफ्त में ले लिया है. जिसके कारण जन- जीवन पूरी तरह अस्त-व्यत हो गया है. सुबह की शीतलहर एवं शाम में ठंड की कनकनाहट से लोग पूरी तरह सतर्क रहना ही पसंद करने लगे हैं. वहीं बीच-बीच में घने कोहरे भी वाहनों के रफ्तार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2015 1:57 AM

मुंगेर : पिछले पांच दिनों की ठंड ने लोगों को अपने गिरफ्त में ले लिया है. जिसके कारण जन- जीवन पूरी तरह अस्त-व्यत हो गया है. सुबह की शीतलहर एवं शाम में ठंड की कनकनाहट से लोग पूरी तरह सतर्क रहना ही पसंद करने लगे हैं. वहीं बीच-बीच में घने कोहरे भी वाहनों के रफ्तार को धीमा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे. वहीं यदि मौसम विभाग की माने तो अगले पांच दिनों तक ठंड इसी तरह रहने की संभावना है.

अलाव की दरकार
एक ओर जहां ठंड से जन- जीवन त्रस्त होने लगी है. वहीं दूसरी ओर घने कोहरे में सड़कों पर परिचालन भी दूभर होते जा रहा है. हाल यह है कि दिन में ही वाहनों को लाइट व इंडिकेटर जला कर काफी धीमी गति से परिचालन करना पड़ रहा है. दिन में यदि सूर्य का दर्शन हो भी जाय तो उससे कोई विशेष फर्क पड़ने वाला नहीं है.
क्योंकि गिरते तापमान के आगे सूर्य की किरणों का ताप भी बिलकुल सामान्य हो गयी है. शाम होते ही अचानक कनकनी बढ़ जाती है. लोग यदि बिना स्वेटर के ही घर से बाहर निकले हुए रहते हैं, तो वह ठंड के मारे जल्दी से घर की ओर प्रस्थान करने के फिराक में नजर आने लगते हैं. चाहे वह किसी दफ्तर में काम कर रहे हों या फिर किसी कार्य से बाजार आये हो.
घर पहुंचने पर भी लोग ठंड से राहत महसूस नहीं करते. तब अलाव ही एक मात्र सहारा बन जाता है. घर पर तो लोग किसी तरह अलाव की व्यवस्था कर अपने आप को ठंड से बचा रहे हैं. किंतु विभिन्न चौक- चौराहे, बस स्टैंड, रिक्शा पड़ाव, रेलवे स्टेशन व अस्पतालों में लोगों को ठिठुरते हुए रात बितानी पड़ रही है. अब तक जिला प्रशासन द्वारा न तो कहीं पड़ अलाव की व्यवस्था की गयी है और न ही गरीबों को कंबल ही उपलब्ध कराये गये हैं. जबकि ठंड अब परवान चढ़ने गला है.

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