सरकार पहुंची गांव, आदिवासियों को किया लाभान्वित

सरकार पहुंची गांव, आदिवासियों को किया लाभान्वित नक्सल प्रभावित धरहरा के रेहाटांड़ में लगा सरकार आपके द्वार फोटो संख्या : 11,12,13फोटो कैप्सन : दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करते डीआइजी, कंबल प्रदान करते डीआइजी व एसपी एवं उपस्थित ग्रामीण प्रतिनिधि, धरहरा नक्सल प्रभावित धरहरा प्रखंड के आजिमगंज पंचायत अंतर्गत रेहाटांड़ गांव में बुधवार को सरकार आपके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2015 9:41 PM

सरकार पहुंची गांव, आदिवासियों को किया लाभान्वित नक्सल प्रभावित धरहरा के रेहाटांड़ में लगा सरकार आपके द्वार फोटो संख्या : 11,12,13फोटो कैप्सन : दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करते डीआइजी, कंबल प्रदान करते डीआइजी व एसपी एवं उपस्थित ग्रामीण प्रतिनिधि, धरहरा नक्सल प्रभावित धरहरा प्रखंड के आजिमगंज पंचायत अंतर्गत रेहाटांड़ गांव में बुधवार को सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां जिले के आला पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी ग्रामीणों के बीच पहुंच कर उनकी समस्याओं से रू-ब-रू हुए. वहीं विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उन्हें लाभान्वित किया गया. शिविर का उद्घाटन मुंगेर के पुलिस उपमहानिरीक्षक शिवेश्वर प्रसाद शुक्ला, प्रभारी जिलाधिकारी ईश्वर चंद्र शर्मा, पुलिस अधीक्षक वरुण कुमार सिन्हा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. उपस्थित समूह को संबोधित करते हुए डीआइजी शिवेश्वर शुक्ला ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विकास से वंचित लोगों को मुख्यधारा से जोड़ना और उन्हें लाभान्वित करना है. उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में लोगों से कहा कि किसी भी समस्या का समाधान हिंसा से नहीं होता है बल्कि प्रशासन से कंधे से कंधे मिला कर विकास को गति दिया जा सकता. जबकि प्रभारी जिलाधिकारी ईश्वर चंद्र शर्मा ने लोगों को ऑपरेशन दखल दहानी, अभियान बसेरा जैसी योजनाओं की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भूमिहीन लोगों को पांच डिसमिल जमीन देने के लिए अब सरकार रैयती जमीन खरीदने का निर्णय लिया है. प्रत्येक 20 गरीब परिवारों के समूह बना कर यह दिया जायेगा. डीडीसी रामेश्वर पांडेय ने कहा कि सिंचाई कूप के लिए मनरेगा में पर्याप्त राशि उपलब्ध है. पंचायत के मुखिया अधिक से अधिक कूप बना कर किसानों को लाभान्वित करें. एसपी ने कहा कि पैसरा में पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार की समस्या से जूझ रहे आदिवासी ग्रामीणों को पहाड़ से नीचे उतार कर उन्हें सरकार के कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. ऐसे सभी परिवारों को पुलिस प्रशासन समुचित सुरक्षा भी उपलब्ध करायेगी. उन्होंने कहा कि 12 मई 2012 को क्षेत्र के जिन 25 माओवादियों ने प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण किया था उसके पुनर्वास योजना के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है. जल्द ही संबंधित लोगों को लाभान्वित किया जायेगा. एकीकृत कार्य योजना के तहत जिलाधिकारी द्वारा कुआ निर्माण की स्वीकृति दी गयी है. गरीबों के बीच बंटे कंबल व मच्छरदानी इस मौके पर गरीब आदिवासी लोगों के बीच जिला प्रशासन द्वारा 200 कंबल, 200 मच्छर दानी, स्लेट, पेंसिल, बच्चों के पढ़ने के लिए मनोहर पोथी, टीशर्ट, लूजर बांटे गये. इसके साथ ही क्षेत्र के युवाओं को खेल के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें स्पोर्ट्स कीट भी दिये गये. गरीबों को किया लाभान्वित शिविर में 13 विभागों द्वारा स्टॉल लगा कर गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले आदिवासी लोगों को लाभान्वित किया गया. इसके तहत 11 दाखिल खारिज किये गये. जबकि इंदिरा आवास व मनरेगा के तहत आवेदन लिये गये. स्वास्थ्य शिविर में 275 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें विभिन्न प्रकार की दवाइयां उपलब्ध करायी गयी. बाल विकास परियोजना के तहत पोशाक तथा वन विभाग द्वारा 5 हजार वृक्ष पौधारोपण के लिए दिये गये. अक्षर आंचल योजना के तहत 100 पुस्तकों का भी वितरण किया गया. साथ ही दर्जन भर भूमिहीनों को बासगीत के परचे दिये गये. इस मौके पर एनइपी के निदेशक अमजद अली, सदर एसडीओ कुंदन कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ललित मोहन शर्मा, सूचना एवं जनसंपर्क उपनिदेशक केके उपाध्याय मुख्य रूप से मौजूद थे.

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