हजारों लीटर पानी हो रहा बरबाद

मुंगेर में जलापूर्ति के लिए पांच दशक पूर्व पाइप लाइन बिछायी गयी है जो कई स्थानों पर टूट-फूट गया है. फलत: जब कस्तूरबा वाटर वर्क्स से शहर में वाटर सप्लाई किया जाता है तो टूटे हुए पाइप से जगह-जगह पानी निकलते रहता है मुंगेर : शहरी जलापूर्ति योजना के तहत दशकों पूर्व बिछाया गया पाइप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2015 2:16 AM

मुंगेर में जलापूर्ति के लिए पांच दशक पूर्व पाइप लाइन बिछायी गयी है जो कई स्थानों पर टूट-फूट गया है. फलत: जब कस्तूरबा वाटर वर्क्स से शहर में वाटर सप्लाई किया जाता है तो टूटे हुए पाइप से जगह-जगह पानी निकलते रहता है

मुंगेर : शहरी जलापूर्ति योजना के तहत दशकों पूर्व बिछाया गया पाइप कई जगह जर्जर हो चुका है और इससे पानी फेंकते रहता है. शहर के कस्तूरबा वाटर वर्क्स बड़ी बाजार पथ में बीच सड़क पर ही पाइप लाइन का पानी निकलता है. जिसके कारण मुख्य मार्ग पर कीचड़ व जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है. किंतु इस दिशा में नगर निगम प्रशासन पूरी तरह उदासीन बनी हुई है.

जर्जर हो चुकी है पाइप लाइन
मुंगेर शहर में जलापूर्ति के लिए पांच दशक पूर्व पाइप लाइन बिछाया गया था जो कई स्थानों पर टूट-फूट गया है. फलत: जब कस्तूरबा वाटर वर्क्स से शहर में वाटर सप्लाई किया जाता है तो टूटे हुए पाइप से जगह-जगह पानी निकलते रहता है. जिसके कारण मुख्य मार्ग पर कई जगह जलजमाव व कीचड़ की समस्या उत्पन्न हो रही है. महीनों से पानी रिसाव के बावजूद उसे ठीक करने की दिशा में कोई कारगर कदम नहीं उठाया जा रहा.
बड़ा बाजार में सड़क पर बहता है पानी : कस्तूरबा वाटर वर्क्स से बड़ा बाजार मार्ग में बीच सड़क पर ही दो-तीन जगह पानी का रिसाव व्यापक रूप से हो रहा है. जिसके कारण सड़क भी दरक गया है. हाल यह है कि बगल में ही कूड़े का ढेर भी लगा रहता है और यह पानी प्रतिदिन बहाव के कारण कूड़ा कचरा में तब्दील होकर सड़कों पर फैल जाता. साथ ही सड़क पर जलजमाव भी हो रही. किंतु पाइप को ठीक करने की दिशा में कोई व्यवस्था नहीं हो रही.
कहते हैं राहगीर
शिक्षक सुरेश कुमार का कहना है कि इस मार्ग में दर्जनों चिकित्सक का क्लिनिक है और लोग यहां दूरदराज से इलाज कराने आते हैं. निगम प्रशासन को चाहिए कि इसे दुरुस्त किया जाय. ताकि इस जलजमाव व किचकिच की समस्या से निजात मिल सके.
कहते हैं उपाधीक्षक
जलकल उपाधीक्षक दिनेश शर्मा का कहना है कि पीडब्लूडी के अधीन सड़क है. जिसके कारण सड़क को तोड़ कर क्षतिग्रस्त नहीं किया जा सकता है. यदि सड़क को तोड़ कर पाइप को दुरुस्त किया जाता है तो हम पर चार्ज लगाया जायेगा. इस मामले में निगम प्रशासन द्वारा ही व्यवस्था की जा सकती है.

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