फसलों की करें उचित देखभल, बढ़ेगी आमदनी

फसलों की करें उचित देखभल, बढ़ेगी आमदनी फोटो संख्या : 5फोटो कैप्सन : सरसों का खेत. प्रतिनिधि, मुंगेरयह बिलकुल सच है कि फसलों की उचित देखभल से ही किसान अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं. इसके लिए फसलों में होने वाले रोग व समस्याओं का उपचार समय पर बेहद जरूरी हो जाती है. साथ ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2015 9:42 PM

फसलों की करें उचित देखभल, बढ़ेगी आमदनी फोटो संख्या : 5फोटो कैप्सन : सरसों का खेत. प्रतिनिधि, मुंगेरयह बिलकुल सच है कि फसलों की उचित देखभल से ही किसान अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं. इसके लिए फसलों में होने वाले रोग व समस्याओं का उपचार समय पर बेहद जरूरी हो जाती है. साथ ही समय- समय पर फसलों में सिंचाई व आवश्यकता अनुसार उर्वरकों का भी इस्तेमाल करना चाहिए. ये बातें कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक मुकेश कुमार ने एक साक्षात्कार के दौरान ठंड के समय उपजाये जाने वाली फसलों के संबंध में कही.उन्होंने कहा कि वैसे तो ठंड के मौसम में विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेती व्यापक पैमाने पर की जाती है. जिसमें झुलसा रोग के साथ- साथ कीटों का विशेष प्रकोप रहता है. किंतु समय पर आवश्यक दवाओं का छिड़काव कर फसलों को रोग से बचाया जा सकता है. वर्तमान समय में आलू में झुलसा रोग होने की संभावना काफी बढ़ जाती है. जिससे बचने के लिए ढ़ाई ग्राम मैनकोजेब दवा को एक लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करना चाहिए. वहीं टमाटर के फसल को झुलसा रोग से बचाने के लिए दो ग्राम क्रिलेक्सिल दवा को एक लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करना चाहिए. उन्होंने बताया कि इस मौसम में सब्जी के खेती में लाही का विशेष प्रकोप देखने को मिलता है. इसके बचाव के लिए किसान अपने प्रभावित फसलों में एक एमएल इमिडा क्लोरोपिड दवा को तीन लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करें. वहीं गेहूं, सरसों, जई सहित अन्य फसलों में सिंचाई के बाद ही उचित मात्र में उर्वरक का छिड़काव करें. फसल में यदि खर- पतवार निकल आया हो तो उसके नाश के लिए सिंचाई के दो- चार दिन बाद टू फोर डी का छिड़काव करें.

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