साजिश के तहत दी गयी प्रताप हत्याकांड को अंजाम
साजिश के तहत दी गयी प्रताप हत्याकांड को अंजाम हत्याकांड में प्रभाकर मंडल गिरफ्तार फोटो संख्या : 13फोटो कैप्सन : पुलिस अभिरक्षा में इलाज कराते आरोपी प्रभाकर मंडल प्रतिनिधि , मुंगेर माधोपुर पटेल नगर निवासी प्रताप कुमार (27) की हत्या को एक साजिश के तहत अंजाम दिया गया. अपराधियों ने साइलेंसर युक्त पिस्तौल से सीने […]
साजिश के तहत दी गयी प्रताप हत्याकांड को अंजाम हत्याकांड में प्रभाकर मंडल गिरफ्तार फोटो संख्या : 13फोटो कैप्सन : पुलिस अभिरक्षा में इलाज कराते आरोपी प्रभाकर मंडल प्रतिनिधि , मुंगेर माधोपुर पटेल नगर निवासी प्रताप कुमार (27) की हत्या को एक साजिश के तहत अंजाम दिया गया. अपराधियों ने साइलेंसर युक्त पिस्तौल से सीने में गोली मार कर उसकी हत्या कर दी. इस हत्या में माधोपुर कुशवाहा टोला निवासी प्रभाकर मंडल को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जबकि मुख्य आरोपी कुंदन कुमार उर्फ कुंदन मंडल पुलिस गिरफ्त से बाहर है. मृतक के भाई ने दर्ज करायी प्राथमिकी मृतक का छोटा भाई रोहन कुमार ने कोतवाली थाने में तीन नामजद एवं छ: अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. जिसमें माधोपुर कुशवाहा टोला के कुंदन मंडल, प्रभाकर मंडल एवं किशन कुमार शामिल है. रोहन ने आरोप लगाया कि कुंदन कुमार अपने भाई की हत्या का आरोप मेरे भाई प्रभात कुमार लगाया था. वह कई बार जान मारने की धमकी भी दी थी. हत्या करने के बाद कुछ अपराधी मेरे भाई के मृत शरीर को ऑटो पर रख कर झूठ-मूठ का इलाज के लिए अस्पताल ले जाने का नाटक कर रहा था. एक आरोपी गिरफ्तार प्रताप कुमार हत्याकांड में पुलिस ने नामजद अभियुक्त प्रभाकर मंडल को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही. साजिश के तहत हुई हत्या स्थानीय लोगों की माने तो पटेल नगर चौक स्थित हनुमान मंदिर के समीप प्रताप अपनी मोटर साइकिल खड़ा कर कुशवाहा टोला के एक अंडे दुकान पर अंडा खा रहा था. वहां पर अपराधी भी जमा थे. मौका देख कर अपराधियों ने उसके सीने में गोली मार दी. गोली उसके सीने के आर-पार हो गयी. अपराधियों ने पिस्तौल की बट से उसके सर पर भी प्रहार किया. जिससे उसका सर भी फट गया. मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. नेकी करने की मिली सजा प्रताप हत्याकांड में गिरफ्तार प्रभाकर मंडल ने बताया कि प्रताप सड़क पर गिरा पड़ा था. कोई भी उसमें सट नहीं रहा था. मैंने जब देखा तो उसे उठा कर ऑटो पर लाद कर अस्पताल पहुंचाया. ऑटो पर चढ़ाने के क्रम में ऑटो के चदरा से मेरा पैर भी जख्मी हो गया. लेकिन प्रताप के परिजनों ने मुझे ही फंसा दिया. मुझे नेकी करने की सजा मिली है.