बेटी बचाओ अभियान को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला
बेटी बचाओ अभियान को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला चिकित्सकों को पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट- 1994 की दी गयी जानकारीफोटो संख्या : 1फोटो कैप्सन : कार्यशाला में उपस्थित स्वास्थ्य अधिकारी प्रतिनिधि, मुंगेरजिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में सोमवार को बेटी बचाओ अभियान के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ […]
बेटी बचाओ अभियान को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला चिकित्सकों को पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट- 1994 की दी गयी जानकारीफोटो संख्या : 1फोटो कैप्सन : कार्यशाला में उपस्थित स्वास्थ्य अधिकारी प्रतिनिधि, मुंगेरजिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में सोमवार को बेटी बचाओ अभियान के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ श्रीनाथ ने की. कार्यशाला में विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी एवं निजी संस्थान के अल्ट्रासाउंड संचालकों को पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट-1994 की विस्तृत जानकारी दी गयी. जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. नसीम ने बताया कि वर्ष 2001 में मुंगेर जिले में 1000 लड़कों पर 914 लड़कियां थी. जो वर्ष 2011 में बढ़ कर 925 हो गया. जिसके कारण लिंगानुपात के मामले में मुंगेर बिहार के पांच जिले में एक है. जिसे और भी बेहतर करने की जरूरत है. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि भ्रूण हत्या के कारण लड़कों की अपेक्षा लड़कियों की संख्या कम होती जा रही है, जिसे हर हाल में रोकना होगा. इसके लिए समाज में विशेष प्रचार प्रसार की आवश्यकता है. इसके साथ निजी संस्थानों में अल्ट्रासाउंड के माध्यम होने वाले लिंग जांच पर को पूरी तरह रोकना होगा. संस्थानों में लिंग जांच नहीं होने की सूचना पट लगाने के साथ-साथ संस्थान के संचालकों को भी ईमानदारी बरतनी होगी. उन्होंने बताया कि लिंग जांच करना व करवाना दोनों ही अपराध है. इसके लिए कड़े कानून भी बनाये गये हैं. लिंग जांच करने वाले व करवाने वाले को जेल तथा जुर्माना करने का भी प्रावधान है. मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अताउर रहमान, सलाहकार समिति के सदस्य राजीव नयन, डॉ निरंजन कुमार, डॉ रूपा प्रसाद, अमरदीप कुमार सहित अन्य चिकित्सा पदाधिकारी मौजूद थे.