गुणवत्तापूर्ण शक्षिा प्रदान करना शक्षिाधिकारियों का दायत्वि
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना शिक्षाधिकारियों का दायित्व फोटो संख्या : 9फोटो कैप्सन : शिक्षा विभाग की बैठक में उपस्थित अधिकारीगण प्रतिनिधि, मुंगेर ————जिलाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना शिक्षाधिकारियों का दायित्व है. इसके लिए प्रतिदिन विद्यालयों का निरीक्षण जरूरी है ताकि विद्यालयों में पठन-पाठन, छात्रों की उपस्थिति […]
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना शिक्षाधिकारियों का दायित्व फोटो संख्या : 9फोटो कैप्सन : शिक्षा विभाग की बैठक में उपस्थित अधिकारीगण प्रतिनिधि, मुंगेर ————जिलाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना शिक्षाधिकारियों का दायित्व है. इसके लिए प्रतिदिन विद्यालयों का निरीक्षण जरूरी है ताकि विद्यालयों में पठन-पाठन, छात्रों की उपस्थिति एवं पढ़ाई की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके. वे बुधवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित शिक्षाधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. बैठक में उपविकास आयुक्त रामेश्वर पांडेय, जिला शिक्षा पदाधिकारी केके शर्मा सहित शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मौजूद थे.जिलाधिकारी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सरकार कृतसंकल्पित है. आज भी कई विद्यालय न तो समय पर खुलते हैं और न ही समय पर बंद होते. पठन-पाठन की व्यवस्था भी लचर दिखती है. खासकर दियारा एवं नक्सल क्षेत्र के विद्यालयों में स्थिति संतोषजनक नहीं है. शिक्षक समय पर उपस्थित नहीं होते और समय से पहले ही चले जाते हैं. इस परिस्थिति में लगातार ग्रामीणों द्वारा शिकायतें भी मिलती रही है. जनता दरबार में भी लोग विद्यालयों की बदहाल व्यवस्था की शिकायत करते रहे हैं. इसलिए जरूरी है कि शिक्षाधिकारी जिला से लेकर प्रखंड तक अपने कर्तव्य का सही निर्वहन करें. यदि नियमित रूप से जिला से लेकर प्रखंड स्तर के अधिकारी विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे तो निश्चित रूप से व्यवस्था व गुणवत्ता में सुधार होगी.