आदमी आम है, जो कि छंदराज है, एक गजलसाज है …
आदमी आम है, जो कि छंदराज है, एक गजलसाज है … गजलकार छंदराज की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा आयोजित प्रतिनिधि , मुंगेर सदर प्रखंड के फुलकिया गांव में गुरुवार को गजल सम्राट छंदराज की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता गजलकार डॉ रामबहादुर चौधरी चंदन ने की. संचालन कृष्णानंद ने की. […]
आदमी आम है, जो कि छंदराज है, एक गजलसाज है … गजलकार छंदराज की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा आयोजित प्रतिनिधि , मुंगेर सदर प्रखंड के फुलकिया गांव में गुरुवार को गजल सम्राट छंदराज की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता गजलकार डॉ रामबहादुर चौधरी चंदन ने की. संचालन कृष्णानंद ने की. उपस्थित साहित्यकार, रंगकर्मी ने दो मिनट का मौन रख कर मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. युवा कवि कृष्णानंद चौधरी, टाउन स्कूल के हिंदी के प्राध्यापक राजदीप कुमार ने उन्हें महान कवि बताते हुए कहा कि वे ऐसे स्वाभिमानी कवि थे जिन्होंने अपने स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं किया. उनके निधन से केवल मुंगेर ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर गजल को क्षति पहुंची है. डॉ रामबहादुर चौधरी चंदन ने कहा कि छंदराज की गजलों में महारत को उन्होंने नजदीक से जाना और समझा. वे गजल के छंदों के अलावा हिंदी, उर्दू, भोजपुरी, संस्कृत के छंदों के भी ज्ञाता थे. उन्होंने कहा कि ” आदमी आम है, जो कि छंदराज है, एक गजलसाज है ”. मौके पर प्रियंक कुमार, राजकुमार, भारती कुमारी, आनंद, अंजुला देवी, अराधना, सिंपी सहित अन्य मौजूद थे.