श्रेष्ठ मंडल को पुलिस ने दबोचा

अपराधी प्रशांत मिश्रा गिरोह का सदस्य है श्रेष्ठ मंडल मुंगेर : व्यवसायी से रंगदारी मांगने के मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने दलहट्टा निवासी श्रेष्ठ कुमार मंडल को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया. वह मोबाइल से व्यवसायी को मैसेज कर रंगदारी मांगने का काम कर रहा था. गिरफ्तार अपराधी जेल में बंद कुख्यात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2016 8:11 AM
अपराधी प्रशांत मिश्रा गिरोह का सदस्य है श्रेष्ठ मंडल
मुंगेर : व्यवसायी से रंगदारी मांगने के मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने दलहट्टा निवासी श्रेष्ठ कुमार मंडल को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया. वह मोबाइल से व्यवसायी को मैसेज कर रंगदारी मांगने का काम कर रहा था. गिरफ्तार अपराधी जेल में बंद कुख्यात अपराधी प्रशांत मिश्रा गिरोह का सदस्य है और उसके लिए काम करता है. बताया जाता है कि पिछले दिनों निमतल्ला एवं श्रवण बाजार के कई व्यवसायियों से रंगदारी की मांग की गयी थी.
जिसमें तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज हुआ. मामले के दो आरोपी ने न्यायालय में आत्मसर्मपण कर दिया. जबकि एक अभियुक्त अब भी फरार है. पुलिस दबिश के बावजूद शहर के श्रवण बाजार के प्लाईउड एवं शीशा दुकानदार को मैसेज कर 15 लाख रुपये रंगदारी की मांग की गयी. मैसेज में गंदी बातें और जान मारने की धमकी भी दिया गया था. जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुआ और मैसेज वाले नंबर की टोह में लग गयी.
पुलिस ने शादीपुर के एक युवक को हिरासत में लिया. लेकिन कुछ पता नहीं चला. उसके बाद पुलिस ने पता लगा कि इस नंबर का किस मोबाइल में प्रयोग कर मैसेज भेजा गया. जिसके बाद मोबाइल धारक महिला से गहन पूछताछ किया गया. महिला ने बताया कि उसने मोबाइल ठीक करने के लिए चौक बाजार के एक दुकानदार का दिया था. जिसके बाद पुलिस ने दुकानदार को उठा कर गहन पूछताछ की. दुकानदार ने बताया कि श्रेष्ठ ने ही उस मोबाइल में सीम लगाकर इधर-उधर बात किया. जिसके बाद पुलिस ने श्रेष्ठ को गिरफ्तार कर लिया. थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि श्रेष्ठ ने ही मैसेज कर रंगदारी की मांग की थी. जिसे आज जेल भेज दिया गया.
श्रेष्ठ का रिश्तेदार फरार
कुख्यात प्रशांत मिश्रा गिरोह का एक प्रमुख सदस्य तत्काल जेल से बाहर है. जो अपने रिश्तेदार श्रेष्ठ मंडल से अपराध को संचालित करवा रहा था. जब पुलिस ने श्रेष्ठ को गिरफ्तार किया तो उसे भी पूछताछ के लिए बुलाया गया. जिसे बाद में यह कहते हुए पुलिस ने छोड़ दिया कि जब तुम्हें बुलाया जाय तो थाना पहुंचना. लेकिन थाना से निकलने के साथ ही वह फरार हो गया.
कहते हैं एसडीपीओ
एसडीपीओ ललित मोहन शर्मा ने बताया कि श्रेष्ठ जेल में बंद प्रशांत मिश्रा गिरोह का सदस्य है और उसी के इशारे पर वह दूसरे का मोबाइल प्रयोग कर व्यवसायी से रंगदारी की मांग की. उन्होंने बताया कि प्रशांत मिश्रा गिरोह का एक सदस्य बाहर है. जिसका श्रेष्ठ रिश्तेदार है. पुलिस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है.

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