प्रसव पीड़ा से कराहती रही गर्भवती, डॉक्टर रहे गायब

मुंगेर : सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र में रविवार को चिकित्सक के मौजूद नहीं रहने के कारण प्रसव पीडि़त महिलाओं को जहां निजी नर्सिंग होम का सहारा लेना पड़ा. वहीं प्रसव पीड़ा से परेशान कई गर्भवती देर शाम तक डॉक्टर साहब का इंतजार करती रही. रविवार को दिन के 2 बजे प्रसव केंद्र में चिकित्सक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 29, 2016 9:00 AM
मुंगेर : सदर अस्पताल के प्रसव केंद्र में रविवार को चिकित्सक के मौजूद नहीं रहने के कारण प्रसव पीडि़त महिलाओं को जहां निजी नर्सिंग होम का सहारा लेना पड़ा. वहीं प्रसव पीड़ा से परेशान कई गर्भवती देर शाम तक डॉक्टर साहब का इंतजार करती रही. रविवार को दिन के 2 बजे प्रसव केंद्र में चिकित्सक की कुरसी खाली पड़ी थी. वहीं ड्यूटी पर तैनात नर्स आपस में गप लड़ा रही थी. प्रसव कक्ष 2 में बेड पर बैठी एक गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से बेहाल थी. बरियारपुर प्रखंड के फुलकिया निवासी तुषार कुमार मिश्रा ने बताया कि उनकी पत्नी शोभा कुमारी को शनिवार के दिन प्रसव पीड़ा प्रारंभ हुआ था. जिसके बाद उन्होंने नजदीकी प्रसव केंद्र बरियारपुर में भरती कराया. किंतु वहां के चिकित्सक ने सीजेरियन प्रसव की संभावना को देख कर सदर अस्पताल मुंगेर रेफर कर दिया.
रविवार की सुबह उन्होंने अपनी पत्नी को सदर अस्पताल में भरती कराया. किंतु सुबह में कोई चिकित्सक ड्यूटी पर मौजूद नहीं थे. नर्स ने उन्हें सलाह दिया कि जब तक डॉक्टर नहीं आ जाते तब इंतजार करना होगा. यदि जल्दी है तो किसी निजी क्लिनिक में जा कर प्रसव करा लें. इस बात को लेकर मकसुसपुर से आयी महिला सुलेखा देवी एवं एक अन्य महिला नजदीकी एक नर्सिंग होम में प्रसव कराने चली गयी. तुषार ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण वह अपनी पत्नी को निजी क्लिनिक नहीं ले गये. डॉक्टर ड्यूटी रूम में चिकित्सक की खाली कुरसी देख जब उसकी तस्वीर खींची गयी तो एक नर्स ने चिकित्सक को इसकी सूचना दी. जिसके कारण 2:38 बजे डॉ शुभ्रा वर्मा भागते हुए प्रसव केंद्र पहुंची.
कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार ने बताया कि उन्हें इस प्रकार की कोई सूचना नहीं मिली है. बावजूद वह चिकित्सक से बात कर वस्तु स्थिति को जानेंगे. दोषी पाये जाने पर संबंधित चिकित्सक पर कार्रवाई की जायेगी.

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