सबसे यंगेस्ट पैन कार्ड होल्डर बनी 5 दिनों की आशी
मुंगेर : बिहार का मुंगेर जिला काफी समृद्ध रहा है. सत्यानंद योग को आज पूरा विश्व मान रहा है, जबकि यहां के आचार्य नंदलाल बसु ने अपनी कूची से पूरी दुनिया में मुंगेर का नाम रोशन किया. एक बार फिर मुंगेर सुर्खियों में है. क्योंकि, जन्म के पांच दिनों में ही आशी का पैन कार्ड […]
मुंगेर : बिहार का मुंगेर जिला काफी समृद्ध रहा है. सत्यानंद योग को आज पूरा विश्व मान रहा है, जबकि यहां के आचार्य नंदलाल बसु ने अपनी कूची से पूरी दुनिया में मुंगेर का नाम रोशन किया. एक बार फिर मुंगेर सुर्खियों में है. क्योंकि, जन्म के पांच दिनों में ही आशी का पैन कार्ड बन गया और वह दुनिया की सबसे यंगेस्ट पैन कार्ड होल्डर बन गयी.
मुंगेर शहर के गुलजार पोखर निवासी कुमार सजल युवा है और उसका सोच भी कुछ अलग हट कर है. उनका निजी व्यवसाय है. उसकी पत्नी स्मृति सिन्हा बेंगलुरु की एक कंपनी में एचआर मैनेजर है.
जब स्मृति मां बननेवाली हुई, तो उन्होंने कंपनी से छुट्टी ले ली. पटना के जगदीश मेमोरियल हॉस्पिटल, कंकड़बाग में स्मृति ने 21 फरवरी, 2016 को एक बच्ची को जन्म दिया. जन्म के दूसरे दिन यानी 22 फरवरी को कुमार सजल ने मीठापुर पटना सेंटर पर बच्ची के पैन कार्ड बनाने के लिए आवेदन कर दिया. संयोग कहें कि 26 फरवरी को उसका पैन कार्ड इशू कर दिया गया. इसके बाद पांच दिनों की आशी विश्व की सबसे यंगेस्ट पैन कार्ड होल्डर बन गयी.
कुमार सजल ने बताया कि उसने पूर्व से ही गूगल पर सर्च कर यह पता लगाया था कि विश्व का सबसे यंगेस्ट पैन कार्ड होल्डर सात दिन का बच्चा है. मैंने उसी दिन ठान लिया कि जब भी मेरा बच्चा होगा, तो वह उसका पैन कार्ड बनाने के लिए आवेदन कर सात दिनों के यंगेस्ट का रिकाॅर्ड तोड़ डालेंगे. हुआ भी ऐसा ही.
आज कुमार सजल व स्मृति की बेटी आशी विश्व का यंगेस्ट पैन कार्ड होल्डर बन गयी. उसके इस रिकाॅर्ड से मुंगेर एक बार फिर से देश और दुनिया में छा गया. उसने इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करने का आवेदन दिया.