जमीन की मापी नहीं होने से स्थिति बनी विस्फोटक

मुंगेर : जमीन डिगरी मौजा के जमीन की मापी नहीं होने के कारण दिन प्रतिदिन स्थिति विस्फोटक बनती जा रही है. कई बार तो स्थिति विस्फोटक होते बच गया. जिसके कारण किसानों के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो गयी है. जमीन डिगरी पंचायत के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन देकर जमीन को कलक्टरी बल्ला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2016 5:30 AM

मुंगेर : जमीन डिगरी मौजा के जमीन की मापी नहीं होने के कारण दिन प्रतिदिन स्थिति विस्फोटक बनती जा रही है. कई बार तो स्थिति विस्फोटक होते बच गया. जिसके कारण किसानों के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो गयी है. जमीन डिगरी पंचायत के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन देकर जमीन को कलक्टरी बल्ला से मापी कराने की मांग की है. ग्रामीण राम मोहन सिंह, राम नारायण सिंह, कौशल किशोर सिंह, जीबछ कुमार सिंह, संतोष सिंह, विपिन चौधरी, गुलो यादव सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञान में कहा कि जमीन डिगरी पंचायत का रकबा लगभ 26000 एकड़ में फैला हुआ है.

वर्ष 1989 में आयी भीषण बाढ़ के कटाव के कारण निवर्तमान पंचायत के बासी जिला मुख्यालय के अलावे बेगूसराय के की सीमा पर बसे हुए है. इस मौजा की सभी जमीन गंगा कटाव से बाहर आ चुका है. जो खेती योग्य हो चुकी है. खेती भी किया जा रहा है. इस माम्ला का जमीन पांच पंचायत की सीमा से मिलता है. जिसमें मात्र कुतलुपुर पंचायत के तरफ से निजी अमीन द्वारा सीमांकन कराया गया है. जो सही सीमांकन नहीं है.

सीमांकन गलत होने के कारण सभी मापी गलत हो जाता है. जिसके चलते आपसी तनाव एवं झगड़ा होते रहता है. स्थिति विस्फोटक होते जा रही है. गलत मापी के चलते कुछ स्थानीय असामाजिक व्यक्तियों द्वारा बेगूसराय जिले के अपराधियों को सांठ-गांठ में लेकर उक्त मौजा के एससी/एसटी व उच्च वर्ग के कमजोर लोगों का सैकड़ों एकड़ भूमि को जबड़न कब्जा कर लिया है. विरोध करने पर असामाजिक तत्वों द्वारा हथियार से किसानों के ऊपर फायरिंग व मारपीट किया जाता है.अगर इस मौजा की मापी कलक्टरी बल्ला द्वारा अविलंब नहीं कराया गया तो यहां कभी भी सामूहिक नरसंहार हो सकता है.

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