प्रशासनिक पहल . गाने-बजाने के लिए मिला वाद्य यंत्र
अब कैदी करेंगे मनोरंजन मंडल कारा में बंद कैदी अब गाना-बजाना का भी लुत्फ उठा पायेंगे. सरकार ने उनके मनोरंजन के लिए पूरी व्यवस्था की है. जेल में तबला, हारमोनियम से लेकर कई प्रकार के वाद्य यंत्र मंगाये गये हैं. जिसका उपयोग जेल में बंद कैदी कर पायेंगे. मुंगेर : जेल में बंद रहने के […]
अब कैदी करेंगे मनोरंजन
मंडल कारा में बंद कैदी अब गाना-बजाना का भी लुत्फ उठा पायेंगे. सरकार ने उनके मनोरंजन के लिए पूरी व्यवस्था की है. जेल में तबला, हारमोनियम से लेकर कई प्रकार के वाद्य यंत्र मंगाये गये हैं. जिसका उपयोग जेल में बंद कैदी कर पायेंगे.
मुंगेर : जेल में बंद रहने के कारण कैदी मानसिक रुप से काफी परेशान रहता है. वे अपने को थका-थका महसूस करता है. जिसके कारण उसके स्वास्थ्य की स्थिति बिगड़ रही और वे तरह-तरह के बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. मानसिक स्तर पर भी वे काफी कमजोर हो जाने के कारण मानसिक रोगी बन जाते. जिसकी लगातार शिकायत आ रही थी. इतना ही नहीं कई कैदियों ने जेल में दम तोड़ दिया.
जांच में सामने आया कि मनोरंजन की कमी के कारण उसका मानसिक विकास अवरुद्ध हो जाता है और वे बीमारी की चपेट में आ जाते है. कैदियों के इसी दशा को सुधारने के लिए सरकार ने हर जेल में संगीत के साधन उपलब्ध कराये है. मुंगेर मंडल कारा में भी कैदियों के लिए संसाधन उपलब्ध कराये गये हैं. मुंगेर मंडल कारा प्रशासन को हारमोनियम, ढोलक, नाल, मोढक, झीका, तबला, बैंजो, झाल, ताशा, बांसुरी, खंजरी, ड्रम सेट, आरगेन, माउथ आरगेन, की स्टैंड, मारकस, झुनझुना उपलब्ध कराया गया है. जबकि दो माइक सेट, मशीन, साउंड बाक्स व गिटार भी दिया गया है.
ऐसे करेंगे उपयोग
जेल के एक हॉल में सभी वाद्य यंत्रों को व्यवस्थित किया जायेगा. जो कैदी जिस वाद्य यंत्र उपयोग करना चाहेंगे. वे इसी हॉल के अंदर आ कर रियाज करेंगे. साथ ही संगीत कार्यक्रम भी समय-समय पर आयोजित किया जायेगा. कैदी स्वयं वाद्य यंत्र का उपयोग करेंगे और कैदी ही गाना गायेंगे.
कहते हैं जेल अधीक्षक
जेल अधीक्षक अरुण कुमार ने कहा कि वाद्य यंत्रों को कमरे में व्यवस्थित करने का कार्य शुरू कर दिया गया है. ताकि कैदी अपना मनोरंजन कर सके.