मुंगेर पुल पर ट्रेन चलने से लोगों में खुशी

साहेबपुरकमाल : लंबे संघर्ष की कोख से जन्मा मुंगेर रेल सह सड़क पुल पर रेल गाड़ी के पुल पर दौड़ते देख पुल निर्माण में शामिल आंदोलनकारियों में अपार खुशी है. करीब चार दशक पूर्व मुंगेर गंगा नदी पर पुल बनने का सपना देखने वाले आज सपना साकार होते देख भावविभोर हो रहे हैं. पुल आंदोलन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2016 2:51 AM

साहेबपुरकमाल : लंबे संघर्ष की कोख से जन्मा मुंगेर रेल सह सड़क पुल पर रेल गाड़ी के पुल पर दौड़ते देख पुल निर्माण में शामिल आंदोलनकारियों में अपार खुशी है. करीब चार दशक पूर्व मुंगेर गंगा नदी पर पुल बनने का सपना देखने वाले आज सपना साकार होते देख भावविभोर हो रहे हैं.

पुल आंदोलन का सूत्रधार रहे मल्हीपुर गांव के लोकप्रिय समाजसेवी डॉ देवनंदन प्रसाद सहित अन्य आंदोलनकारी के दिवंगत आत्मा को भी सुकून मिल गया है. फुलमल्लिक गांव के अमीन रामकुमार सिंह कहते हैं कि मुंगेर पुल के निर्माण को लेकर हमने स्व देवनंदन प्रसाद की अगुवाई में काफी संघर्ष किया.
इस संघर्ष में पूर्व सांसद शत्रुध्न प्रसाद सिंह का भी अविस्मरणीय सहयोग मिला. उन्होंने बताया कि हमने पुल के लिए सबसे पहले नजरी नक्शा तैयार कर मुंगेर गंगा नदी पर पुल बनाने के लिए तीन स्थान को चिह्नित प्रतिवेदन सरकार को दिया था. प्रस्ताव को पारित करने में बलिया के तत्कालीन सांसद शत्रुध्न प्रसाद
सिंह का सहयोग मिला तब पुल निर्माण की बात बन सकी. पुल पर ट्रेन तो दौड़ने लगी. अब सड़क के लिए संघर्ष करेंगे.

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