कोर्ट में पुलिस पर हमला कर भागते रहे हैं कैदी

छपरा घटना के बाद वकीलों में दहशत मुंगेर : छपरा कोर्ट परिसर में बम विस्फोट की घटना के बाद मुंगेर न्यायालय की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो गया है. मुंगेर न्यायालय परिसर भी सुरक्षित नहीं है. यहां तो कैदी उपस्थापन के दौरान बम विस्फोट कर अपराधी लगातार अपने साथियों को छुड़ाते रहे हैं. अगर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2016 1:51 AM

छपरा घटना के बाद वकीलों में दहशत

मुंगेर : छपरा कोर्ट परिसर में बम विस्फोट की घटना के बाद मुंगेर न्यायालय की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो गया है. मुंगेर न्यायालय परिसर भी सुरक्षित नहीं है. यहां तो कैदी उपस्थापन के दौरान बम विस्फोट कर अपराधी लगातार अपने साथियों को छुड़ाते रहे हैं. अगर सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम नहीं हुआ तो यहां भी छपरा जैसी घटना कभी भी घट सकती है.
हमला कर भागते रहे
हैं कैदी
मुंगेर कोर्ट हाजत और पुलिस अभिरक्षा से कैदियों के भागने की कई वारदात घट चुकी है.
बार-बार शातिर अपराधी पुलिस पर हमला कर फरार होते रहे हैं. वर्ष 1998-99 में धरहरा टाल क्षेत्र के कुख्यात अपराधी हारो यादव कोर्ट हाजत से फरार हो गया था. जिसे पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया था. फरार होने के बाद वह सीधे टाल क्षेत्र पहुंचा और किसान पिता-पुत्र की हत्या कर दी. इतना ही नहीं खड़गपुर जंगली क्षेत्र के कुख्यात अपराधी विश्वनाथ सिंह एवं राजेश सिंह भी कोर्ट हाजत से पेशी के दौरान फरार हो गये थे.
4 जून 2006 को मुंगेर में चार विचाराधीन कैदी पुलिस कर्मियों के आंखों में मिर्ची की गुंडी डालकर भाग गया था. जिसमें लक्ष्मण साह, राजेश शर्मा, सुजीत यादव, संतोष यादव शामिल थे. 16 दिसंबर 2006 को ही बाल सुधार गृह से मंडल कारा ले जाने के क्रम में सात कैदी फरार हो गये थे. जिसमें मौके पर से ही छ: कैदी को पुलिस ने पकड़ लिया था. लेकिन बेगूसराय के रोबिन सिंह भागने में सफल रहा. इन कैदियों को 18 साल पूरा होने पर रिमांड होम से मंडल कारा में शिफ्ट किया जा रहा था. 14 जुलाई 2007 को पुलिस कर्मी के आंखों में धूल झोंक कर मोस्ट वांटेड संजीव यादव सहित दो कैदी फरार हो गये थे.
संजीव यादव एवं गोपाल राम को पुलिस प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी पीके सिंह के न्यायालय में पेश करने के बाद कोर्ट हाजत ले जा रहे थे. जिस दौरान दोनों कैदी फरार हुए थे. 2007 में ही कोर्ट हाजत से चार खूंखार अपराधी जमालपुर के राजू बिंद उर्फ छोटू, सिंधिया गांव के रुपेश यादव, मुबारकचक के मो मुस्तकीम एवं हवेली खड़गपुर के आशीष पासवान ने पुलिसकर्मियों को जख्मी कर फरार हो गया था.
वर्ष 2008 में अपराधियों ने अपने साथियों को छुड़ाने के लिए हाजत पुलिस कर्मियों पर बम विस्फोट कर हमला कर दिया था. जिसमें भागने के दौरान पुलिस की गोली से लाल दरबाजा निवासी डैनी यादव मारा गया था. जबकि कुख्यात अपराधी रूपेश यादव सहित दो अपराधी फरार हो गये थे.
सड़क दुर्घटना में महिला की मौत
मुंगेर . नया रामनगर थाना क्षेत्र निवासी स्व. रामदेव यादव की पत्नी कौशल्या देवी सोमवार को सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गयी. जिसे परिजनों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया, जहां उनकी मौत हो गयी. वह राष्ट्रीय उच्च पथ 80 नौवागढ़ी- बरियारपुर रोड के किनारे गैस का चिट्ठा कटाने भगतचौकी जा रही थी. जैसे ही वह सड़क पार करने लगी तभी तेज रफ्तार से आ रही एक मैजिक ने उसे धक्का मार दिया. उन्हें अस्पताल में भरती करया गया, जहां उनकी मौत हो गयी.

Next Article

Exit mobile version