सरकार को करोड़ों की चपत लगा रहे माफिया

धांधली . खास महाल जमीन की मुंगेर में हो रही है अवैध खरीद-बिक्री खास महाल की भूमि पर हो रहा अवैध निर्माण शहर का बड़ा हिस्सा खास महाल मुंगेर शहर का एक बड़ा हिस्सा खास महाल का भूमि है. किला परिसर के साथ ही एक नंबर ट्रैफिक पटेल चौक से लेकर गांधी चौक, आजाद चौक, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2016 6:03 AM

धांधली . खास महाल जमीन की मुंगेर में हो रही है अवैध खरीद-बिक्री

खास महाल की भूमि पर हो रहा अवैध निर्माण
शहर का बड़ा हिस्सा खास महाल
मुंगेर शहर का एक बड़ा हिस्सा खास महाल का भूमि है. किला परिसर के साथ ही एक नंबर ट्रैफिक पटेल चौक से लेकर गांधी चौक, आजाद चौक, नगर भवन के आसपास का इलाका, साइकिल पट्टी, गुलजार पोखर, बेकापुर का कुछ हिस्सा, बड़ा बाजार का कुछ हिस्सा, श्रवण बाजार का अधिकांश भूमि खास महाल का है. जिसका मालिकाना हक बिहार सरकार का है और पूर्व में इस भूमि को लीज पर दिया गया था. लीज वर्षों पूर्व खत्म हो गया और अबतक इसका नवीकरण भी नहीं किया गया है.
मुंगेर में भू-माफिया ने एक बार फिर व्यापक स्तर पर अपने कारनामे शुरू कर दिये हैं. खास महाल की जमीन की अवैध रूप से खरीद-बिक्री हो रही. यहां तक कि मुख्य बाजार में खास महाल की भूमि पर अवैध रूप से निर्माण का कार्य भी चल रहा. शहरी क्षेत्र में खास महाल की भूमि की एक भी लीज नहीं है. नतीजतन न तो भू-माफिया द्वारा भूमि की लीज करायी जा रही और न ही सरकार को इसके राजस्व की प्राप्ति हो रही. अलबत्ता यह कि सरकार को करोड़ों का चूना लग रहा है और खास महाल की जमीन पर अवैध निर्माण भी हो रहा.
मुंगेर : मुंगेर शहर के मुख्य बाजार का 60 प्रतिशत भूमि खास महाल का है. जिसका मालिकाना हक बिहार सरकार का है. जिन लोगों को खास महाल की भूमि का लीज दिया गया था वह एक दशक पूर्व ही खत्म हो चुका है और लीजधारी या खास महाल में रहने वाले लोग लीज का नवीकरण नहीं करा रहे. दूसरी ओर प्रतिबंध के बावजूद खास महाल के भूमि का अवैध रूप से खरीद-फरोख्त हो रहा. यह बात दीगर है कि जमीन का केवाला नहीं हो रहा. किंतु पावर ऑफ एटॉर्नी के नाम पर सरकार के भूमि को अवैध रूप से बेचा जा रहा है. जिसमें भू माफिया अहम भूमिका अदा कर रहे.
चल रहा अवैध निर्माण . खास महाल के भूमि पर शहर में अनेक स्थानों पर अवैध निर्माण का कार्य चल रहा है. हाल ही में मुंगेर शहर के साइकिल पट्टी में लगभग एक करोड़ में भू माफियाओं ने पावर ऑफ एटॉर्नी के माध्यम से जमीन की खरीद-बिक्री की और फिर वहां अवैध भवन निर्माण चल रहा है. गत माह तत्कालीन जिलाधिकारी के निर्देश पर अवैध निर्माण करने वाले लोगों को पकड़ा भी गया था. किंतु फिर मामला रफा-दफा हो गया और आज भी यहां अवैध भवन निर्माण का कार्य जारी है.

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