नेपाल से गंगा के रास्ते पहुंच रहा गांजा
तस्करी. गांजा के बड़े बाजार का रूप लेता जा रहा मुंगेर, शराबबंदी से बढ़ी मांग पूर्ण शराबबंदी के बाद जिले में गांजा का डिमांड काफी बढ़ गयी है. इससे माफिया नेपाल से गंगा मार्ग का सहारा लेकर बड़े पैमाने पर गांजा मुंगेर ला रहे हैं. यहां से इसे जिले के विभिन्न हिस्सों में तस्करी कर […]
तस्करी. गांजा के बड़े बाजार का रूप लेता जा रहा मुंगेर, शराबबंदी से बढ़ी मांग
पूर्ण शराबबंदी के बाद जिले में गांजा का डिमांड काफी बढ़ गयी है. इससे माफिया नेपाल से गंगा मार्ग का सहारा लेकर बड़े पैमाने पर गांजा मुंगेर ला रहे हैं. यहां से इसे जिले के विभिन्न हिस्सों में तस्करी कर पहुंचाया जा रहा है.
मुंगेर : पूर्ण शराबबंदी के बाद नशा के आदि हो चुके लोग अब गांजा का सेवन करने लगे हैं. जिसके कारण यहां गांजा का डिमांड काफी बढ़ गया है और माफिया नेपाल से गंगा मार्ग का सहारा लेकर बड़े पैमाने पर मुंगेर गांजा ला रहा है. जिसे जिले के विभिन्न हिस्सों में तस्करी कर पहुंचाया जा रहा है. पुलिस ने 10 दिनों के अंदर दो स्थानों पर छापेमारी की. जहां से भारी मात्रा में गांजा बरामद किया गया. जबकि एक लाख रुपये से अधिक नगद राशि भी बरामद की जो इस बात को पुख्ता कर रहा है कि मुंगेर में गांजा की बिक्री बड़े पैमाने पर किया जा रहा है.
नेपाल से पहुंच रहा गांजा : नेपाल से गांजा मुंगेर पहुंच रहा है. इसमें नेपाल से लेकर मुंगेर तक के माफिया का तार आपस में जुड़ा हुआ है. कहा जाता है कि नेपाल से गांजा मोतिहारी, कटिहार के रास्ते बेगूसराय व खगडि़या जिले में स्टॉक किया जाता है. जिसे गंगा मार्ग से मौका देख कर मुंगेर के विभिन्न ग्रामीण घाटों पर उतारा जाता है. चौखंडी एवं अन्य घाटों पर गांजा को उतार कर सुरक्षित स्थान पर रख दिया जाता है. उसके बाद माफिया उसे डिमांड के अनुसार विभिन्न हिस्सों में भेजते हैं.
मुंगेर बना गांजा का बड़ा मंडी: मुंगेर गांजा का बड़ा मंडी बन चुका है. पान-चाय की गुमटी, बस स्टैंड, ट्रेकर स्टैंड, रिक्शा पड़ाव सहित दर्जनों स्थानों पर गांजा बेचने का कारोबार परवान पर है. थैला में पुडि़या भरी के हिसाब से बना कर रखते हैं और खरीदार के आते ही उससे पैसे लेकर पुडि़या थमा दिया जाता है. माना जाता है कि सिर्फ मुंगेर शहर में रोजना पांच लाख से अधिक का खुदरा कारोबार गांजा का होता है. जबकि थौक में भी गांजा मुंगेर से अन्य जगह ले जाया जाता है.
शराबबंदी के कारण बढ़ा गांजा का डिमांड: पूर्ण शराबबंदी के कारण एवं पंचायत चुनाव को लेकर गांजा का डिमांड काफी बढ़ गया है. शराब छोड़ने वाले अधिकांश लोग गांजा के शरण में चले गये हैं. जबकि पंचायत चुनाव में नशा के आदि हो चुके वोटरों को लुभाने के लिए उन्हें गांजा उपलब्ध कराया कराया जा रहा है. जिसके कारण गांजा की खपत बढ़ गयी है.
लंबे समय से चल रहा कारोबार: 26 अप्रैल को पुलिस ने वासुदेवपुर ओपी क्षेत्र के शामपुर में पुलिस ने विकास मोदी के घर छापेमारी कर 6 किलो 200 ग्राम गांजा बरामद किया. जबकि उसकी पत्नी संगीता देवी को गांजा बेचते हुए गिरफ्तार किया गया. उसके पास से 78 हजार रुपये भी बरामद किये गये. जबकि 30 अप्रैल को पुलिस ने असरगंज बाजार के सरस्वती नगरसे रूपेश वैद्य, कलाली मोड़ निवासी बिक्की जायसवाल, प्रकाश साह के घर छापेमारी में 80 किलो गांजा एवं 23,500 रुपये बरामद हुआ. स्थानीय लोगों ने बताया कि कई वर्षों से इन स्थानों पर अवैध रूप से गांजे की बिक्री होती थी.
कहते हैं अधिकारी : पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने कहा कि पूर्ण शराब बंदी एवं पंचायत चुनाव को लेकर गांजा के धंधेबाज सक्रिय हो गये है. लेकिन पुलिस लगातार उनके खिलाफ छापेमारी अभियान चला रही है. जिसमें बड़ी सफलता भी हाथ लगी है. गंगा मार्ग पर पुलिस की नजर है.