बाइक व इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों की भी बढ़ी चमक
अक्षय तृतीया को लेकर न सिर्फ आभूषणों की खरीदारी करते पाये गये, बल्कि बाइक व इलेक्ट्रॉनिक्स के दुकानों में भी चकमकाहट दिखी. शहर के विभिन्न शो रूम में बाइक की अच्छी- खासी खरीदी हुई. कई लोग तो पहले से ही बाइक की बुकिंग करा रखें थे. वहीं कई लोग देर शाम तक प्रक्रियाएं पूरी कर […]
अक्षय तृतीया को लेकर न सिर्फ आभूषणों की खरीदारी करते पाये गये, बल्कि बाइक व इलेक्ट्रॉनिक्स के दुकानों में भी चकमकाहट दिखी. शहर के विभिन्न शो रूम में बाइक की अच्छी- खासी खरीदी हुई. कई लोग तो पहले से ही बाइक की बुकिंग करा रखें थे. वहीं कई लोग देर शाम तक प्रक्रियाएं पूरी कर अपना मन पसंद बाइक खरीद कर अपने घर ले गये. इसके अलावे इलेक्ट्रॉनिक्स के दुकानों में टीवी, फ्रीज, कूलर व वासिंग मशीन सहित अन्य उपकरणों की भी जम कर खरीदारी हुई.
तख्ती पर लिखा है मिलने का समय कार्यालय में लगा मिलता है ताला
एक हस्ताक्षर के लिए अभिभावक को घंटों करना पड़ा इंतजार, काम आया बिचौलिया
सरकार ने भले ही अधिकारियों को आम जनों से मिलने के लिए समय निर्धारित करवा रखा हो, पर इसका पालन नहीं हो रहा. समय पर कार्यालय में ताला लगे रहने से आम लोगों को बिचौलियों का सहारा लेना पड़ रहा है.
मुंगेर : सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों के मनमाने रवैये के कारण आम जन खासे परेशान हैं. सरकार भले ही पदाधिकारियों को आम जनों से मिलने के लिए समय निर्धारित करवा रखा हो. किंतु इसका पालन नहीं हो रहा. फलत: काम कराने के लिए आज भी लोगों को बिचौलियों का ही सहारा लेना पड़ रहा है. सोमवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी के इंतजार में एक अभिभावक घंटों बैठे रहे. लेकिन जब अधिकारी नहीं आये तो बिचौलिये के सहारे काम कराना पड़ा.
प्रमाण-पत्र पर करवाना था हस्ताक्षर: नाम नहीं छापने के शर्त पर सदर प्रखंड के दरियापुर गांव निवासी एक अभिभावक ने बताया कि उन्हें अपने बेटे का नामांकन उच्च विद्यालय सीताकुंड में करवाना था. बच्चे ने माध्यमिक की पढ़ाई झारखंड में पूरा किया था. जिस कारण से विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने उन्हें जिला शिक्षा पदाधिकारी से अनुमति प्राप्त कर आने को कहा. अभिभावक ने बताया कि वे सुबह दस बजे से ही जिला शिक्षा कार्यालय के पास बैठे-बैठे दो घंटे से भी अधिक समय बीत गये. किंतु डीइओ साहब नहीं आये. अंत में उन्हें एक व्यक्ति का सहारा लेना पड़ा. जिन्होंने कहीं दूसरे जगह पर बैठे जिला शिक्षा पदाधिकारी से हस्ताक्षर करवा कर अनुमति पत्र ला कर दिया.
समय पर नहीं मिलते अधिकारी
जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के गेट के समीप दीवार पर टंगी तख्ती में उनसे मिलने का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक तथा दोपहर 3 बजे से 5 बजे संध्या तक अंकित किया गया है. किंतु संबंधित पदाधिकारी द्वारा इसका पालन नहीं किया जा रहा है. जिसके कारण लोग परेशान रहते हैं.
कहते हैं पदाधिकारी
जिला शिक्षा पदाधिकारी केके शर्मा ने बताया कि सोमवार को वे जिला मध्याह्न भोजन कार्यालय में थे. इस कारण से वे अपने कार्यालय में नहीं पहुंचे. यदि किसी को कोई शिकायत हो तो वे लिखित दें. आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.