निगम के फैसले से श्मशान अधिपतियों में रोष
मुंगेर : नगर निगम बोर्ड की बैठक में श्मशान घाट की बंदोबस्ती के फैसले ने जहां आम लोगों को झकझोर दिया है. वहीं अबतक श्मशान घाट पर अधिपत्य जमाये श्मशान अधिपति व उनके परिजनों में भारी आक्रोश है. श्मशान घाट से जीविका चलाने वाले ऐसे लोगों ने निगम के फैसले का विरोध करते हुए कहा […]
मुंगेर : नगर निगम बोर्ड की बैठक में श्मशान घाट की बंदोबस्ती के फैसले ने जहां आम लोगों को झकझोर दिया है. वहीं अबतक श्मशान घाट पर अधिपत्य जमाये श्मशान अधिपति व उनके परिजनों में भारी आक्रोश है. श्मशान घाट से जीविका चलाने वाले ऐसे लोगों ने निगम के फैसले का विरोध करते हुए कहा है कि जब तक जान है तब तक श्मशान घाट की बंदोबस्ती नहीं होने देंगे. अबतक की व्यवस्था के तहत शवदाह करने आने वाले लोगों से श्मशान अधिपति द्वारा मुखाग्नि के लिए राशि ली जाती रही है जो राशि निर्धारित नहीं है. हर परिजन अपने अनुसार राशि देते रहे हैं.
लेकिन नई व्यवस्था के तहत निगम द्वारा निर्धारित राशि का भुगतान परिजनों को करना होगा. श्मशान घाट निवासी अविनाश कुमार मल्लिक ने कहा कि निगम द्वारा लिया गया यह बिलकुल तानाशाही निर्णय है़ श्मशान घाट हमलोगों की खेती है, इसी से हमलोगों के बाल-बच्चे का भरण-पोषण होता है़ निगम के इस फैसले का वे लोग कड़ा विरोध करेंगे़ सुरेश मल्लिक ने कहा कि यदि श्मशान घाट का डाक किया गया तो नगर निगम को उनके आक्रोश का सामना करना पड़ेगा़ राम मल्लिक ने कहा कि श्मशान घाट ही उनलोगों का सब कुछ है़ इसकी ठेकेदारी किसी शर्त पर नहीं होने दी जायेगी, इसके लिए जो भी करना पड़ेगा वे लोग करने को तैयार हैं. वहीं मुन्ना मल्लिक ने कहा कि आज तक ऐसा नहीं हुआ है और भविष्य में भी ऐसा होने देंगे़