दस दिन बाद भी अपहृत किसान का सुराग नहीं लग पाया है. आरोपियों की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस की इस अकर्मण्यता से लोगों में आक्रोश है.
मुंगेर : नौवागढ़ी बजरंगबली नगर निवासी अपहृत किसान विजय मंडल की हत्या कर शव को गंगा में बहा देने की आशंका प्रबल हो गयी है. क्योंकि 10 दिन बाद भी न तो पुलिस अबतक अपहृत किसान का कोई सुराग लगा पायी है और न ही आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
फलत: परिजनों में जहां एक ओर मातम है तो दूसरी ओर पुलिस के प्रति आक्रोश है. क्योंकि इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई अबतक नगण्य है. 17 जुलाई को किसान विजय मंडल को विजय नगर निवासी टुनटुन मंडल एवं पंकज मंडल यह कहते हुए घर से ले गया था कि सैकेंड हैंड ट्रैक्टर बिक्री है उसे देखने जाना है. जिसके बाद वह घर वापस नहीं लौटा.
पत्नी ममता देवी ने मुफस्सिल थाना में पंकज, टुनटुन एवं महेशपुर निवासी बुन्नु सिंह उर्फ राजेश कुमार सिंह के खिलाफ प्राथमिकि दर्ज कर पति के अपहरण के बाद हत्या की आशंका जतायी है. स्थानीय लोगों की माने तो एक साजिश के तहत ट्रैक्टर देखने के लिए उसे सोलसिया दियारा ले जाया गया और उसकी हत्या कर बहती गंगा के धार में फेंक दिया गया.
परिजनों ने भी आशंका व्यक्त किया है कि जमीनी विवाद में उसका अपहरण कर हत्या कर दिया गया है. अपहरण के 10 दिन बाद भी मुफस्सिल थाना पुलिस विजय मंडल का कोई सुराग नहीं लगा सका है कि आखिर वह जिंदा है या उसकी हत्या कर दी गयी. थानाध्यक्ष शशिकांत सिन्हा ने बताया कि अपहृत किसान के बारे में लगातार पता लगाया जा रहा है. जबकि अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.